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Election 2019 : हमारा लोकतंत्र दुनिया का सबसे बड़ा, स्विट्जरलैंड से पहले मिला वोट देने का अधिकार, संभागायुक्त ने यह भी कहा, पढि़ए पूरी खबर

locationरीवाPublished: Apr 20, 2019 08:38:22 pm

Submitted by:

Rajesh Patel

श्यामशाह चिकित्सा महाविद्यालय रीवा में कमिश्नर रीवा संभाग एवं एक्सेसिबिलिटी ऑब्जर्वर डॉ. अशोक कुमार भार्गव की अध्यक्षता में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया

Our democracy is the world's largest, right to vote before Switzerland

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रीवा. श्यामशाह चिकित्सा महाविद्यालय रीवा में कमिश्नर रीवा संभाग एवं एक्सेसिबिलिटी ऑब्जर्वर डॉ. अशोक कुमार भार्गव की अध्यक्षता में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित चिकित्सकों एवं मेडीकल कॉलेज एसोसिएसन के सदस्यों को संबोधित करते हुए कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि हमारा लोकतंत्र दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। लोकतंत्र में हम सब मतदाताओं की आस्था है। हम अपने कत्र्तव्यों के प्रति जागरूक रहें और लोकतंत्र के महापर्व में मतदान में हिस्सा लें।
पीडब्ल्यूडी एप पर करें शिकायत
संभागायुक्त ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने एक विशिष्ट प्रकार का एप जारी किया है जिसका नाम है पीडब्ल्यूडी एप। यह दिव्यांग मतदाताओं को मदद करने के लिए बनाया गया है। दिव्यांग मतदाता घर बैठे ही अपने मतदान केन्द्र की लोकेशन की जानकारी ले सकते हैं तथा चुनाव संबंधी शिकायत भी कर सकते हैं। एक अन्य एप सी-विजिल के माध्यम से वीडियो भी अपलोड किये जा सकते हैं। इसके अलावा टोल न फ्री नम्बर 1950 पर कोई भी समस्या दर्ज करायी जा सकती है।
राष्ट्र की बागडोर अच्छे हांथों में सौंपे
संभागायुक्त ने कहा कि मतदाता मतदान के दिन स्वयं मतदान करें एवं अपने साथियों को भी मतदान के लिए प्रेरित करें। साथ ही दिव्यांग मतदाताओं को शत-प्रतिशत मतदान कराने में सहयोग करें। सोच-समझकर उचित निर्णय लेकर ही प्रलोभन में आए बिना मतदान करें। राष्ट्र की बागडोर अच्छे हाथों में सौंपने के लिए समझदारी से निर्णय लेना जरूरी है। उन्होंने कहा कि विश्व में कई ऐसे देश हैं जहां मतदान करना अनिवार्य है। मतदान नहीं करने पर जुर्माना एवं सजा का भी प्रावधान है। लेकिन हमारे देश में मतदान की अनिवार्यता नहीं है बल्कि कत्र्तव्य है। इसलिए अपना कत्र्तव्य समझकर मतदान करें।
स्विटजर लैंड से पहले मिला मतदान का अधिकार
संभागायुक्त ने कहा कि हम सौभाग्य शाली हैं कि हमारे देश में संविधान लागू होते ही सबको मतदान का अधिकार मिला है। जबकि स्विट्जरलैण्ड में लोगों को 1974 में मतदान का अधिकार मिला है। शुरूआत में अमेरिका में महिलाओं को मताधिकार प्राप्त नहीं था। काफी संघर्ष के बाद अमेरिका में महिलाओं को वोट देने का अधिकार प्राप्त हुआ।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर प्रभारी डीन एवं अधीक्षक डॉ. एपीएस गहरवार, विभागाध्यक्ष मेडिसिन विभाग के डॉ. मनोज इंदुलकर, शिशु रोग विभाग के डॉ. नरेश बजाज, ऑर्थोपेडिक विभाग के डॉ. पीके लखटकिया, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सचिव डॉ. आदित्य तिवारी, एनाटॉमी विभाग के डॉण् पीजी खानवेलकर, बायोकेमिस्ट्री विभाग के डॉ. पीएस बघेल, स्त्री रोग विभाग की डॉ कल्पना यादव, सर्जरी विभाग की रचना गुप्ता, नाक, कान व गला विभाग के डॉ. सुरेन्द्र सिंह, डॉ. पंकज चौधरी, फैकल्टी मेम्बर, शिक्षकगण तथा आइएम, के सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अमरीश मिश्रा ने किया।
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