– त्रासदी के बाद भी बाहर नहीं निकले निगम आयुक्त
शहर में एक तरह से तूफान त्रासदी बनकर आया, जगह-जगह नुकसान हुआ। बिजली, पानी की सप्लाई बाधित हुई। सड़कों पर पेड़ गिरने से आवागमन भी बाधित रहे। इस समस्या से अब तक नगर निगम के प्रभारी आयुक्त अर्पित वर्मा बेखबर हैं। शहर में हुई नुकसानी को देखने तक वह बाहर नहीं निकले। इतना ही नहीं जिला पंचायत के सीइओ होने की वजह से उसी कार्यालय से ही कामकाज संचालित कर रहे हैं। निगम के कार्यालय तक पहुंचना ऐसे वक्त उन्होंने उचित नहीं समझा। शहर के बड़े हिस्से में लगातार पांच दिनों से पानी का संकट बना हुआ है। लोगों ने उन्हें सूचना देने का प्रयास किया लेकिन वे लगातार संपर्क से बाहर चल रहे हैं। इसके अलावा निगम में प्रभारी अधीक्षण यंत्री और दो उपायुक्त भी हैं लेकिन जनता को समस्या के इस समय कोई राहत पहुंचाने आगे नहीं आ रहा है।
– मोहल्लों में टैंकर पहुंचे तो टूट पड़े लोग
रानीतालाब और कुठुलिया का फिल्टर प्लांट बंद होने से पानी की सप्लाई बाधित है। संबंधित क्षेत्रों में टैंकर से पानी भेजे जा रहे हैं। पानी के टैंकर पहुंचते ही लोग टूट पड़ते हैं। बताया गया है कि अमहिया, कटरा, तरहटी, मलियान टोला, चिरहुला, घोघर आदि में पानी के लिए लोगों की आपस में कहासुनी भी हुई। कुछ जगह टैंकर चालकों के साथ भी विवाद होने की जानकारी है। एक दिन पहले ही लोगों का पानी समस्या को लेकर आक्रोश भड़क उठा था। रानीतालाब फिल्टर प्लांट में दर्जनों की संख्या में लोग पहुंचे थे और सीएमआर कंपनी के कर्मचारियों के साथ गाली-गलौज भी की थी। अजगरहा प्लांट से नियमित पानी शहर के एक बड़े हिस्से में हो रही है, वहां की टंकियों का पानी टैंकरों के माध्यम से दूसरे वार्डों में भेजा जा रहा है, इस कारण उस क्षेत्र में भी पानी पर्याप्त नहीं पहुंच पा रहा है।
– संभागायुक्त ने फटकारा, व्यवस्था बहाली का दिया निर्देश
संभागायुक्त एवं नगर निगम के प्रशासक डॉ. एसके भार्गव ने शहर की बिजली और पानी की समस्या पर संज्ञान लेते हुए जिम्मेदार अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर की है। बिजली कंपनी के अधिकारियों को कहा है कि हर हाल में तकनीकी खामी तलाशकर आपूर्ति बहाल करें। वहीं निगम के अधिकारियों से भी कहा है कि बिजली के अधिकारियों के साथ संपर्क कर फिल्टर प्लांटों को तत्काल प्रारंभ करने का इंतजाम करें। संभागायुक्त की इस फटकार के बाद सायं से प्लांटों को कम लोड देकर चलाया गया, जिससे कम मात्रा में पानी का शुद्धीकरण हो पा रहा है लेकिन प्लांट प्रारंभ कर दिए गए हैं। संभागायुक्त ने बिजली कंपनी और निगम के अधिकारियों की संयुक्त बैठक लेकर निर्देशित किया है कि हर हाल में पानी की सप्लाई बहाल होना चाहिए अन्यथा जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होगी। फटकार के बाद देर शाम तक अधिकारी सक्रिय रहे।
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बिजली की समस्या बनी हुई है, किसी तरह फिल्टर प्लांट प्रारंभ हुए हैं लेकिन पंप बार-बार ट्रिप कर रहे हैं। बिजली कंपनी के अधिकारी तकनीकी समस्या सुधारने में जुटे हैं। टंकियों को पानी जाने लगा है, उम्मीद है शहर में सप्लाई बहाल होगी।
एसके चतुर्वेदी, कार्यपालन यंत्री नगर निगम