जिले में समर्थन मूल्य पर खरीद किए गए गेहूं के परिहवन के लिए विपणन विभाग ने परिवहनकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी है। खरीद केन्द्रों पर सबसे ज्यादा परिवहन आनंद मोटर्स के पास है। इसके अलावा मऊगंज क्षेत्र में जयभवानी ट्रांसपोर्ट गेहूं का परिवहन कर रहा है, जबकि जिला मुख्यालय पर जीरो से दस किमी क्षेत्र में सत्यम रोड लाइन परिवहन कर रहा है।
खरीद केंद्र से लेकर वेयर हाउस गोदाम तक गेहूं का ओवरलोड परिवहन किया जा रहा है। गेहूं के ओवरलोड रोकने की जिम्मेदार आरटीओ, विपणन विभाग सहित जिला प्रशासन की है। जिम्मेदार अधिकारी गेहूं-चावल के ओवरलोड परिवहन पर लगाम नहीं लगा पा रहे हैं। शासन का आदेश है कि ओवरलोड ट्रकों को वेयर हाउस गोदाम में न तो लोड और न ही अनलोड कराया जाएगा। लेकिन, गोदाम के जिम्मेदार अधिकारी खाद्यान्न सप्लाई के लिए ओवरलोड करा रहे हैं और गोदाम में रखने के लिए गेहूं और चावल का ओवरलोड वाहनों से अनलोड भी करा रहे हैं। शुक्रवार दोपहर सोहागी थाने के सामने ट्रक नंबर यूपी-७०एफटी ९९५५ खड़ा था। चालक के अनुसार ट्रक पर चालीस टन से अधिक गेहूं लोड है। इस तरह से परिवहनकर्ता ३० टन से लेकर ५० टन तक गेहूं का परिवहन कर रहे हैं।
जिले में मिल संचालक चावल का ओरवलोड परिवहन कर गोदाम में ट्रक अनलोड कर रहे हैं। जबकि नियम है कि गोदाम प्रभारी ओवरलोड ट्रकों को अनलोड नहीं करेंगे। परिवहनकर्ता नागरिक आपूर्ति निगम अधिकारियों से साठ-गांठ कर एक ट्रक पर डबल बिल्टी का खेल कर रहे हैं। अब तक तीन लाख क्विंटल से अधिक चावल गोदाम में जमा किया गया।
खजाने को चपत, बर्बाद हो रही सडक़ें
जिले में गेहूं और चावल का ओवरलोड परिवहन के चलते राजस्व को नुकसान हो रहा है। वहीं, दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्र में संपर्क मार्ग बर्बाद हो रहे हैं। ज्यादातर खरीद केन्द्र ग्रामीण क्षेत्र में बनाए गए हैं। परिवहनकर्ताओं की मनमानी के चलते ओवरलोड का परिवहन किया जा रहा है।
गोदाम पर धान-चावल की अनलोडिंग नागरिक आपूर्ति निगम और गेहूं की अनलोडिंग विपणन विभाग करता है। ओवरलोड ट्रकों के लोड अनलोड की जिम्मेदारी नान और विपणन की है।
संतोष कुमार खलको, वेयर हाउस, प्रभारी जिला प्रबध्ंाक