संजय गांधी अस्पताल के आकस्मिक काउंटर पर मरीजों को नहीं मिल रहीं दवाएं, एनटी रैबीज इंजेक्शन का टोटा

Rajesh Patel | Publish: Sep, 09 2018 12:54:37 PM (IST) | Updated: Sep, 09 2018 12:56:32 PM (IST) Rewa, Madhya Pradesh, India
संजय गांधी अस्पताल के स्टोर में रखीं दवाएं, आकस्मिक चिकित्सा इकाई में मरीजों को डॉक्टरों की ओर से लिखे गए पर्चे के तहत पूरी दवाएं नहीं मिली
रीवा. संजय गांधी हॉस्टिपल के आकस्मिक केंद्र पर मरीजों को आधी-अधूरी दवाएं मिल रहीं हैं। डॉक्टरों के द्वारा पर्चे पर लिखी दवाएं आकस्मिक केंद्र पर नहीं मिल रही हैं। जबकि अस्पताल के स्टोर में सभी दवाएं डंप हैं। दो दिन पहले ही एक ट्रक दवाएं स्टोर में अनलोड की गई हैं। उधर, एंटीरैबीज इंजेक्शन की कमी है। अस्पताल प्रबंधन ने इसके लिए ऑनलाइन आर्डर कर दिया है।
दवा काउंटर पर भटक रहे चिकित्सक
संजय गांधी हॉस्पिटल के आकस्मिक चिकित्सा इकाई में मरीजों को डॉक्टरों की ओर से लिखे गए पर्चे के तहत पूरी दवाएं नहीं मिली। महिला मरीज राधा के परिजनों ने बताया कि डॉक्टर ने चार दवाएं लिखी थी, जिसमें दो दवाएं मिली हैं। इसी तरह सुनील सोनी को काउंटर पर चार में से दो ही दवाएं दी गईं। काउंटर पर महिला कर्मचारी ने बताया कि दवा केंद्र के स्टॉक में नहीं हैं, जो दवाएं हैं वो दे दी गई हैं। अस्पताल के कर्मचारियों की शिथिलता के चलते स्टोर से आकस्मिक केंद्र तक दवाएं नहीं पहुंच रही हैं। उधर, दवा वितरण केंद्र के कुछ कर्मचारियों ने सोमवार को ओपीडी काउंटर पर दवा लेने की सलाह दी है।
6 हजार एंटी रैबीज इनेक्शन का दिया आर्डर
संजय गांधी अस्पताल में हर रोज बीस से अधिक कुत्ते काटने से प्रभावित मरीज पहुंच रहे हैं। हॉस्पिटल में एंटी रैबीज इनजेक्शन का टोटा है। अस्पताल प्रबंधन ने एक माह पहले छह हजार इनेक्शन का आर्डर कंपनी को दिया था, लेकिन अभी तक इंजेक्शन की सप्लाई नहीं हुई है। हॉस्पिटल के स्टोर की ओर से २५० इंजेक्शन दवा केंद्र पर उपलब्ध कराए गए हैं। एंटीरैबीज इंजेक्शन के अलावा अन्य दवाएं दो दिन पहले ट्रक से हॉस्पिटल पहुंची हैं। मिलान न होने के कारण वितरण केंद्र पर नहीं पहुंची सकी हैं। स्टोर सूत्रों के अनुसार कई दवाओं का ऑनलाइन आर्डर किया गया है। लेकिन अभी तक संबंधित एजेंसी की ओर से आपूर्ति नहीं पहुंची हैं।
डेढ़ हजार से ज्यादा मरीज
संजय गांधी हॉस्पिटल में शनिवार को डेढ़ हजार से अधिक मरीज पहुंचे। आकस्मिक काउंटर पर पर्ची के लिए शाम चार बजे तक लंबी कतार लगी रही। पर्ची काउंटर के कर्मचारियों ने बताया कि ओपीडी को मिलाकर डेढ़ हजार से ज्यादा मरीजों की पर्ची जारी की गई है। ओपीडी का दवा काउंटर जल्द बंद होने के कारण कई मरीजों को दवाएं नहीं मिल सकी।
अब पाइए अपने शहर ( Rewa News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज