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पत्रिका अमृत जलम अभियान : संभागायुक्त बोले-ऐसा नहीं है कि नाव की ही जिंदगी खतरे में है, दौर है ऐसा कि अब पूरी नदी ही खतरे में है

locationरीवाPublished: May 26, 2019 11:14:59 am

Submitted by:

Rajesh Patel

पत्रिका समूह की ओर से आयोजित बिछिया पुल के पास पक्के घाट पर अभियान के शुभारंभ अवसर पर संभागायुक्त ने कहा कि भावी पीढ़ी की जिंदगी के लिए जल को संरक्षित करना होगा

patrika amritam jamam debut

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रीवा. ऐसा नहीं है कि नाव की ही जिंदगी खतरे में है, दौर है ऐसा कि अब पूरी नदी ही खतरे में है। न तो नानक न तो ईशा। न राम और रहमान ही, पूजता है जो आदमी इन्हें वो खतरे में हैं। ये लाइनें संभागायुक्त डॉ अशोक कुमार भार्गव ने पत्रिका अमृतम जलम अभियान का शुभारंभ करने के अवसर पर कही।
नदियां संरक्षित होंगे तभी हमारा कल बचेगा
पत्रिका समूह की ओर से आयोजित बिछिया पुल के पास पक्केघाट पर अमृत जलम अभियान के शुभारंभ अवसर पर संभागायुक्त ने कहा कि भावी पीढ़ी की जिंदगी के लिए जल को संरक्षित करना होगा। नदियां संरक्षित होंगे तभी हमारा कल बचेगा। हमारी नदियां, जहां हमारी सभ्याताएं और संस्कृति विकसित हुई हैं वहीं हमारे जीवन चेतना का आधार रहा है। संभागायुक्त ने कहा हम भोजन के बिना कई दिनों तक रह सकते हैं, लेकिन जल के बिना नहीं रह सकते हैं। इस लिए अगर जल का संकट होता है तो हमारी संस्कृति और सभ्यता पर संकट होता है। नदी की हरीभरी थाती और कल के भविष्य को सहेजने के लिए अभियान से जुडऩा होगा।
कुंए, बावड़ी और नदियों के सरंक्षण के लिए लोकथा भी सुनाइ

उन्होंने कुंए, बावड़ी और नदियों के सरंक्षण के लिए लोकथा भी सुनाइ। उन्होंने यहां तक कि अगर जल संरक्षण नहीं हुआ तो तीसरा विश्वयुद्ध पानी के लिए ही होगा। उन्होंने जल संरक्षण नहीं हुआ तो आगे वाले समय में युद्ध जैसे हालात निर्मित होने वाले हैं इस लिए हम अभी से आने वाली वाली पीढिय़ों के प्रति अपने दायित्व का निहर्वन करें। इस लिए ऐसे अभियान को जारी रखना होगा। इस दौरान उन्होंन पत्रिका समूह के इस अभियान की सराहना की और आगे भी चलाए जाने का संकल्प दिलाया। इस अवसर पर विभिन्न सरकारी गैर सरकारी संगठन के सदस्य, समाजसेवी मौजूद रहे।
बीके निर्मला बहन ने नदियों को संरक्षित करने दिलाई शपथ
पत्रिका समूह के इस महाअभियान के शुभारंभ मौके पर पहुंचीं प्रजापति ब्रह्मप्रजाति ईश्वरीय विश्व विद्यालय से बीके निर्मला बहन ने अमृतम जलम अभियान के तहत मौजूद लोगों को शपाि दिलाया। उन्होंने शपथ दिलाया कि आज हम सभी ये शपथ लेते हैं जल ही जीवन हैं इस लिए जल को स्वच्छत, साफ और कायम रखने के साथ ही इस अभियान को आगे बढ़ाएंगे। इसको आगे बढ़ाने के जिल पूरे प्रयास करेंगे, जैसे अपने जीवन के लिए करते हैं। इस अवसर पर समाजसेवी एवं पूर्व उपभोक्ता संरक्षण की सदस्य ममता नरेन्द्र ङ्क्षसह तोमर ने कहा कि नदियों को पवित्र बनाने का ऐसा संकल्प लेकर काम शुरू करें। जिससे बिछिया नदी के तटों को सुरक्षित कर पानी को निर्मल बना दें।
विचार की क्रांति पैदा करने की जरूरत
पत्रिका अमृतम जलम अभियान का हिस्सा बने नगर निगम आयुक्त सभाजीत यादव ने कहा कि किसी भी कार्य का प्रारंभ मन से होता है, मन में एक विचार आता है। इस मन के विचार की श्रेणी से हम आगे बढ़ते हैं। हम लोग नदी की सफाई कितना करेंगे यह महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि महत्वपूर्ण यह है कि विचार इस काम से लोगों के मन में विचार क्रांति पैदा करें। जिससे यह सभी के मन में एक अवधारणा परिणित हो कि नदी को स्वच्छ रखें। जल संरक्षण की ओर एक कदम बढ़ाएं
मानव श्रृंखलाबनाकर नदी से निकाला कचरा
अमृतम जलम अभियान में जुटे स्वयंसेवी संगठनों के सामाजिक कार्यकर्ताओं और सामजसेवियों ने अभियान शुरू होते ही देखते-देखते महिलाओं का हाथ पकडक़र मानव श्रृखंगला बनाकर नदी का कचरा बाहर किया। घाट पर नदी से लेकर सीढिय़ों पर मानव Ÿंाृखलाबनाकर कचरे को तगाड़ी में भरकर बाहर निकाला। पक्के घाट पर चारोतरफ फैली गंदगी छू हो गई। घाट देखने लायक हो गया। आमतौर पर यहां आने जाने वाले हर लोग पक्के घाट को साफ-सुथरा देख नदी को निर्मल रखने का संकल्प लिया।
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