रीवा। शहर को हरा-भरा बनाने के लिए ‘पत्रिकाÓ के हरियाली अभियान में लोगों ने आगे आकर हिस्सेदारी निभाई है। अभियान के तहत शहर के वार्ड क्रमांक 14 के नेहरू नगर मोहल्ले के पार्क में पौधरोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कोरोना संक्रमण की वजह से मोहल्ले के कुछ चिन्हित लोग ही इसमें शामिल हुए। सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए पौधे लगाए गए।
इस दौरान स्थानीय लोगों ने कहा कि पत्रिका द्वारा हर साल रीवा शहर के पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए पौधरोपण का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस साल नेहरू नगर से इसकी शुरुआत हुई है, इसलिए लोग जिन पौधों को लगा रहे हैं उनकी देखभाल करने के लिए नियमित रूप से इस पार्क में आएंगे। विद्युत वितरण कंपनी के कार्यालय के पास स्थित इस पार्क में पूर्व में पौधे लगाए गए थे जिसमें कुछ अब नष्ट भी होते जा रहे हैं, इस वजह से पार्क को फिर से पहले की तरह हराभरा बनाने के लिए पौधे लगाना आवश्यक था।
पौधरोपण के कार्यक्रम में शामिल हुए स्थानीय लोगों ने कहा कि रीवा शहर का बीते कुछ वर्षों में तेजी के साथ विकास हुआ है, यह पूरा शहर कांक्रीट में बदलता जा रहा है। इसलिए अब उसी तर्ज पर पौधे लगाना भी जरूरी है ताकि पर्यावरण संतुलित रहे और लोगों को पहले की तरह स्वच्छ हवा मिलती रहे।
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Mrigendra Singh IMAGE CREDIT: patrika रीवा शहर तेजी के साथ विकसित हो रहा है। खाली स्थानों पर मकान बन रहे हैं। ऐसे में खुली हवा मिल पाना आने वाले दिनों में मुश्किल होगा। इस तरह का अभियान हर मोहल्ले में चलाकर पर्यावरण को संतुलित बनाने की आवश्यकता है। हनुमान अग्रवाल, स्थानीय निवासी ———
पहली बात तो पत्रिका समूह को इसलिए धन्यवाद है कि पर्यावरण संरक्षण से जुड़े अभियान को हमारे वार्ड का चयन कर इस सत्र में शुरुआत की है। हम सब इस संकल्प के साथ पौधरोपण कर रहे हैं कि आने वाले समय में स्वच्छ हवा मिल सके। इन पौधों का संरक्षण करने की जिम्मेदारी भी हम सबकी है। राजकुमार जायसवाल, स्थानीय निवासी —— ———–
अपने मोहल्ले को हराभरा बनाने के लिए हम सब पहले से संकल्पित हैं। पत्रिका के अभियान से हमें और बल मिला है। अभी पार्क में पौधरोपण कर रहे हैं। इसके साथ ही मोहल्ले में जहां पर भी स्थान खाली हैं वहां पर भी पौधे लगाएंगे। प्रयास रहेगा कि शहर में पर्यावरण का एक उदाहरण पेश किया जाए। प्रकाश श्रीवास्तव, स्थानीय निवासी —
आज जब पूरा शहर कांक्रीट से घिरता जा रहा है तो हम सब के सामने बड़ी चुनौती है कि पर्यावरण को संतुलित करने के लिए प्रयास करें। पत्रिका लोगों को एक साथ जोड़कर इसकी शुरुआत कर रहा है, इसके सकारात्मक परिणाम होंगे। आवश्यकता तो यह है कि घरों में भी अब पौधे लगाए जाएं, छोटे पौधे भी सहायक होंगे। शशांक त्रिपाठी, स्थानीय निवासी ———
पौधे लगाने के लिए हम लोग कई वर्षों से प्रयास कर रहे हैं। बीहर और बिछिया नदियों के किनारे शीडबाल के जरिए रोपण किया है। अब इस तरह से पार्कों एवं मोहल्लों के खाली स्थानों पर पौधरोपण की शुरुआत से अच्छे परिणाम आएंगे। पौधों के रोपण के साथ ही उनके संरक्षण का संकल्प भी लेना होगा। पीयूष त्रिपाठी, स्थानीय निवासी —————