तहसीलदार के नाम पर मांगी थी रिश्वत
आरोपी पटवारी शिकायतकर्ता से पहले डेढ़ लाख रुपए ले चुका था। इसके बाद दबाव बना रहा था कि तहसीलदार ने कहा है कि और रुपए चाहिए। इसी के चलते उसने दोबारा नापजोख भी की थी और पांच हजार लेने के बाद दस हजार लेते पकड़ा गया। लोकायुक्त पुलिस का कहना है कि यदि तहसीलदार की मिलीभगत के कुछ साक्ष्य सामने आएंगे तो उन पर भी कार्रवाई होगी।
आरोपी पटवारी शिकायतकर्ता से पहले डेढ़ लाख रुपए ले चुका था। इसके बाद दबाव बना रहा था कि तहसीलदार ने कहा है कि और रुपए चाहिए। इसी के चलते उसने दोबारा नापजोख भी की थी और पांच हजार लेने के बाद दस हजार लेते पकड़ा गया। लोकायुक्त पुलिस का कहना है कि यदि तहसीलदार की मिलीभगत के कुछ साक्ष्य सामने आएंगे तो उन पर भी कार्रवाई होगी।
एक बार पहले लोकायुक्त टीम देखकर भाग चुका है
रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया पटवारी धीरज पाण्डेय इसके पहले भी रिश्वत की मांग के चलते आरोपों के घेरे में रहा है। 30 दिसंबर 2013 को उसने ऋण पुस्तिका बनाने के नाम पर 2500 रुपए की मांग की थी। इसके आडियो साक्ष्य के साथ शिकायत लोकायुक्त एसपी के पास की गई थी। जब आरोपी के बताए गए स्थान पर शिकायतकर्ता पहुंची तो उसे आभाष हो गया कि लोकायुक्त की टीम आसपास घूम रही है, जिसके चलते वह टीम के पहुंचने के पहले ही भाग गया था।
रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया पटवारी धीरज पाण्डेय इसके पहले भी रिश्वत की मांग के चलते आरोपों के घेरे में रहा है। 30 दिसंबर 2013 को उसने ऋण पुस्तिका बनाने के नाम पर 2500 रुपए की मांग की थी। इसके आडियो साक्ष्य के साथ शिकायत लोकायुक्त एसपी के पास की गई थी। जब आरोपी के बताए गए स्थान पर शिकायतकर्ता पहुंची तो उसे आभाष हो गया कि लोकायुक्त की टीम आसपास घूम रही है, जिसके चलते वह टीम के पहुंचने के पहले ही भाग गया था।