जिले में 45 हजार से ज्यादा किसानों का पंजीयन किया जाना है। ज्यादातर किसानों के फसल पत्रक यानी ऑनलाइन खसरे में पटवारियों के द्वारा की गई गिरदावरी त्रुटिपूर्ण है। शुक्रवार दोपहर किसान रामजी पटेल ग्राम भलुहा तहसील नईगढ़ी रजिस्ट्रेशन कराने के लिए सहकारी समिति केन्द्र पर पहुंचे। कंप्यूटर आपरेटर ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया के दौरान बताया कि खसरा नंबर 292 असिंचित है। किसान ने तर्क दिया कि उपरोक्त नंबर में धान की लहलहा रही है। खसरा नंबर 291 में ट्यूवेल लगा हुआ है। इस नंबर की मेड़ और 292 नंबर के रकवा अगल-बगल है। दोनों खेतों में धान की फसल लहलहा रही है।
खसरा रिपोर्ट पर पटवारी ने धान की जगह उड़द-मूंग दर्ज कर दिया है। जिससे पंजीयन में कागजी प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही है। ये कहानी अकेले इन किसानों की नहीं बल्कि जिले में पांच हजार से ज्यादा किसानों के खसरे पर त्रुटिपूर्ण रिपोर्ट दर्ज की गई है। जिले में रजिस्ट्रेशन के लिए केन्द्रों पर पहुंचे रहे किसान पसीना बहा रहे हैं। बताया गया कि इस तरह की गड़बड़ी रीवा हुजूर, त्योंथर, मऊगंज, सेमरिया, सिरमौर, जवा, गुढ़, मनगवां, हनुमना और रायपुर कर्चुलियान क्षेत्र के ज्यादातर ग्राम पंचायतों की है।