प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा उचित मूल्य दुकान में खाद्यान्न नहीं मिला है। रेडक्रास में बुलाया गया था लेकिन यहां पहुंचने पर वापस लौटाया जा रहा है। करीब आधा सैकड़ा की संख्या में पहुंचे लोगों ने कहा कि उनके साथ दुर्भाव हो रहा है। बढ़ते हंगामे के चलते रेडक्रास में मौजूद जिम्मेदार अधिकारी भी वहां से चले गए।
खाद्यान्न के लिए पहुंचे मुन्ना सोधिया, मामू प्रसाद, विजयलक्ष्मी सोधिया, ललिता लोनिया, बबोले यादव, राजेन्द्र साकेत, रामगोपाल, सुरेन्द्र पटेल आदि ने बताया कि लॉकडाउन के चलते अब तक उनके यहां अब तक भोजन चल लेकिन आगे मुश्किल होगी।
– सामाजिक संगठन ने सौंपा था खाद्यान्न
गरीबों एवं जरूरतमंदों को लॉकडाउन की अवधि में भोजन की व्यवस्था के लिए माय रीवा-माय प्राइड नाम के संगठन ने कुछ दिन पहले ही कलेक्टर को खाद्यान्न की बोरियां सौंपी थी। जिसमें १५ किलो आटा, छह किलो चावल, तीन किलो दाल, एक-एक किलो तेल और नमक का पैकट शामिल है। इसमें एक परिवार को २१ दिन के भोजन का इंतजाम किया गया है।
– राजनीतिक नजरिए से दी जा रही राहत : धनेन्द्र
हंगामा मचने की सूचना पर पहुंचे वार्ड के पूर्व पार्षद धनेन्द्र सिंह बघेल ने बताया कि रेडक्रास ने उनसे जरूरतमंदों की सूची मांगी थी, जिसमें १०० लोगों का नाम दिया है। अब कहा जा रहा है कि भाजपा के कार्यकर्ता बांटेंगे। रेडक्रास लोग पहुंचे तो कहा गया कि उनका खाद्यान्न वितरित हो चुका है। इतना सुनते ही लोग नाराज हो गए। धनेन्द्र ने कहा कि आपदा के समय पर भी भाजपा के लोग राजनीतिक नजरिए से काम कर रहे हैं जो पूरी तरह से अनुचित है। जरूरतमंदों के लिए व्यवस्था होना चाहिए।
– सामाजिक संगठन ने सौंपा था खाद्यान्न
गरीबों एवं जरूरतमंदों को लॉकडाउन की अवधि में भोजन की व्यवस्था के लिए माय रीवा-माय प्राइड नाम के संगठन ने कुछ दिन पहले ही कलेक्टर को खाद्यान्न की बोरियां सौंपी थी। जिसमें १५ किलो आटा, छह किलो चावल, तीन किलो दाल, एक-एक किलो तेल और नमक का पैकट शामिल है। इसमें एक परिवार को २१ दिन के भोजन का इंतजाम किया गया है।
– राजनीतिक नजरिए से दी जा रही राहत : धनेन्द्र
हंगामा मचने की सूचना पर पहुंचे वार्ड के पूर्व पार्षद धनेन्द्र सिंह बघेल ने बताया कि रेडक्रास ने उनसे जरूरतमंदों की सूची मांगी थी, जिसमें १०० लोगों का नाम दिया है। अब कहा जा रहा है कि भाजपा के कार्यकर्ता बांटेंगे। रेडक्रास लोग पहुंचे तो कहा गया कि उनका खाद्यान्न वितरित हो चुका है। इतना सुनते ही लोग नाराज हो गए। धनेन्द्र ने कहा कि आपदा के समय पर भी भाजपा के लोग राजनीतिक नजरिए से काम कर रहे हैं जो पूरी तरह से अनुचित है। जरूरतमंदों के लिए व्यवस्था होना चाहिए।