रीवा जिले के तराई अंचल सहित डभौरा, जवा, त्योंथर, हनुमना, मऊगंज एवंलालगांव कस्बे के लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हंै। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा नल जल योजना शुरू की गई। इसके लिए करोड़ों रुपए खर्च भी किए गए। लेकिन विभाग नल जल योजना बंद पड़ी है। लालगांव कस्बे में करीब डेढ़ दशक पहले विभाग द्वारा पानी की दो टंकियां बनवाई गई लेकिन इनमें एक बूंद भी पानी नहीं है। जिससे लोग पानी के लिए पांच किलोमीटर तक जाते हैं। इस पर न तो विभाग के जिम्मेदार गंभीर हैं और न ही क्षेत्र के जनप्रतिनिधि ही जल संकट का स्थाई समाधान करा पा रहे हैं।
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हमारे गांव में पानी की दो टंकी बनवाई गई लेकिन जनता को पानी पीने के लिए नसीब नहीं हो सका। लोगों को पांच किलोमीटर दूर जाकर दूसरे गांव से पानी लाना पड़ रहा है। जल्द ही प्रशासन नहीं चेता तो ग्रामवासी सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे।
– बृजेश सिंह निवासी लालगांव
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हम लोग सरपंच के पास पानी की समस्या को लेकर कई बार गए। उनका कहना है कि वे पानी की व्यवस्था नहीं कर सकते। यह काम पीएचई विभाग के जिम्मे हैं। पीएचई के अधिकारी ही कुछ कर सकते हैं। जबकि हैण्डपंप भी खराब पड़े हैं।
-राजेश गुप्ता निवासी लालगांव