रीवा

ग्रामीण बोले, साहब हमारे घरों तक उछलकर आता है ब्लास्टिंग का पत्थर, कलेक्टर ने दिया जांच का आश्वासन

ग्रामीण बोले, साहब हमारे घरों तक उछलकर आता है ब्लास्टिंग का पत्थर, कलेक्टर ने दिया जांच का आश्वासनपूर्व विधायक ने कलेक्टर के समक्ष रखा ग्रामीणों का पक्ष, कहा-आगजनी में दर्ज मुकदमा को खत्म करवाइए

रीवाAug 21, 2019 / 05:28 pm

Anil kumar

Permission granted to start a crusher plant in Garhi

रीवा. जिले के हनुमना क्षेत्र में सोमवार दोपहर क्रशर प्लांट की जांच करने कलेक्टर और एसपी पहुंचे। प्लांट का निरीक्षण किया और आस-पास के गांवों के लोगों की समस्याएं सुनी। इस दौरान कलेक्टर ने ओपी श्रीवास्तव ने क्रशर प्लांट को चालू करने की अनुमति दे दी है। लोगों की समस्याओं की सुनवाई के दौरान पूर्व विधायक सुखेन्द्र ङ्क्षसह बन्ना भी मौजूद रहे। पूर्व विधायक ने क्रशर प्लांट में आगजनी के दौरान लोगों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे को खत्म करने की सिफारिश की।
बड़े पैमाने पर लगी हैं खदानें
जिले के हनुमना क्षेत्र के गाढ़ा में महादेवन कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा बड़े पैमाने पर माइनिंग खदान लगाई गई है। बीते २७ जुलाई को डंपर की चपेट में आने से एक बाइक सवार युवक की जान चली गई थी। विरोध में आस-पास के लोगों ने क्रशर प्लांट में जमकर आगजनी और तोडफ़ोड़ की थी। जिसमें क्रशर प्लांट में दर्जनों की संख्या में मशीन बर्बाद हो गई थी। मामले में पुलिस ने दोनों पक्ष पर प्रकरण दर्ज कर लिया है। पूर्व विधायक सहित आस-पास के लोगों ने क्रशर प्लांट को बंद करने को लेकर आवाज उठाई।
कलेक्टर ने तत्कालीन समय क्रशर प्लांट के संचालन पर प्रतिबंध लगाते हुए जांच कमेटी गठित की। कमेटी ने जांच रिपोर्ट कलेक्टर को दिया। जिसमें क्रशर प्लांट के संचालन से आस-पास किसी तरह की समस्या नहीं होना बताया गया। जांच रिपोर्ट का सत्यापन करने के लिए कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव और पुलिस अधीक्षक आबिद खान स्वयं जांच करने पहुंचे। प्लांट का निरीक्षण किया। क्रशर प्लांट की मशीन को भी देखा। बताया गया कि कलेक्टर के आने की सूचना पाकर मौके पर आस-पास के लोगों को लेकर पूर्वविधायक मऊगंज भी पहुंच गए। कलेक्टर ने प्लांट के बाहर विधायक सहित आस-पास के लोगों की समस्याएं सुनी। इस दौरान विधायक ने आगजनी के दौरान लोगों पर दर्ज किए गए मुकदमें को खत्म करने का आग्रह किया। कलेक्टर ने जवाब में कहा, घटना में दोनों तरफ से मुकदमा दर्ज किया गया है। इसकी फैसला कोर्ट करेगी। दोनों पक्ष अपनी-अपनी दलील कोर्ट में पेश करें। कलेक्टर ने आस-पास के लोगों से जानकारी ली तो कुछ लोगों ने प्लांट को बंद करने के लिए तर्क दिया कि खदान में ब्लास्टिंग के दौरान हमारे घरों तक पत्थर के टुकड़े आते हैं। क्रशर प्लांट पर आने जाने वाली वाहनों से दुर्घटना की आशंका रहती है। इसलिए क्रशर प्लांट को बंद किया जाए। कलेक्टर ने जांच कराने का आश्वासन दिया है। ग्रामीणों की आपत्ति पर करीब बीस दिन तक क्रशर प्लांट बंद रहा। कलेक्टर ने मौके का निरीक्षण करने के बाद क्रशर प्लांट को चालू करने की अनुमति दे दी है। कलेक्टर ने ग्रामीणों न दोबारा जांच कराने का भी आश्वासन दिया है।
रिपोर्ट का किया क्रास वेरीफिकेशन
क्रशर प्लांट पर आगजनी की घटना के बाद कलेक्टर ने टीम गठित कर जांच कराई थी। इसके बाजवूद क्रशर प्लांट चालू करने की अनुमति नहीं दी। जांच रिपोर्ट सबमिट होने के बाद कलेक्टर ने मौके पर स्वयं निरीक्षण के लिए पुलिस अधीक्षक के साथ पहुंचे। कलेक्टर ने बताया कि क्रशरप्लांटकी दूरी बस्ती से नियमानुसार पायी गई है।
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