scriptडेढ़ माह में पेट्रोल 5 और डीजल 4 रुपए महंगा उपभोक्ता पर रोज 7.50 लाख का पड़ रहा भार | Petrol 5 and diesel 4 rupees in one and a half months costing 750 lakh daily on expensive consumer | Patrika News

डेढ़ माह में पेट्रोल 5 और डीजल 4 रुपए महंगा उपभोक्ता पर रोज 7.50 लाख का पड़ रहा भार

locationरीवाPublished: Aug 21, 2017 06:23:00 pm

Submitted by:

Lokmani shukla

पिछले 45 दिन से लगातार बढ़ रही कीमतें, जिले में 1.50 लाख लीटर डीजल-पेट्रोल प्रतिदिन बिक रहा है।

कीमतें

डीजल एवं पेट्रोल की कीमतें

रीवा. पेट्रोलियम पदार्थों की रोजाना कीमतें बदलने के बाद से सिर्फ शुरुआती बीस दिन ही ग्राहकों को राहत मिली है। इसके बाद 7 जुलाई से लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा हो रहा है। पिछले 45 दिनों में पेट्रोल पांच रुपए और डीजल चार रुपए मंहगा हो गया है। लगातार डीजल एवं पेट्रोल की बढ़ती कीमतों ने लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ा दिया है।
एक जुलाई को रीवा में पेट्रोल 71.27 रुपए था और अब 20 अगस्त को 76.66 रुपए हो गया है, वहीं डीजल एक जुलाई को 61 रुपए था जो बढ़कर 20 अगस्त को 65.30 रुपए हो गया। जुलाई से 20 अगस्त तक पेट्रोल के दाम में 5.30 रुपए और डीजल के दाम में 4 रुपए की बढ़ोत्तरी हुई है। पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतों से एक ओर जहां डीलरों की अच्छा खासा मुनाफा हो रहा है, वहीं आम लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है। गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम कंपनी ने कीमत बढऩे से हो रहे घाटे को कम करने के लिए रोजाना कीमत बदलने का प्रस्ताव सरकार के सामने रखा था। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद 16 जून से लगातार कंपनियां रोजाना कीमत परिवर्तित कर रही हैं। 16 जून से डाइनैमिक प्राइजिंग लागू होने के बाद डीजल एवं पेट्रोल की कीमत 7 जुलाई तक कम हुई है। 2 जुलाई को सबसे कम पेट्रोल 71.24 एवं डीजल 61.32 रुपए प्रति लीटर में बिका। पांच जुलाई से लगातार कीमतें बढ़ती चली गई। जिलेभर में पेट्रोल और डीजल की एक दिन में 150 केएल की खपत है।
लोगों को पता नहीं चला
रोजना कीमत परिवर्तन होने के बाद लगातार धीर-धीरे डीजल-पेट्रोल की कीमत बढ़ गई और विरोध भी नहीं हुआ। इससे पहले 15 दिन में डीजल एवं पेट्रोल की कीमतें बढऩे पर जमकर विरोध होता था। अधिक कीमतें बढऩे पर सरकार टैक्स में कटौती कर उपभोक्ता को राहत देती थी। लेकिन जब 45 दिन में पांच रुपए पेट्रोल और चार रुपए डीजल महंगा हुआ तो लोगों को खलने लगा है।
एक दिन में 1.50 लाख लीटर की हो रही खपत
जुलाई माह से प्रतिदिन बढ़े पेट्रोल व डीजल कीमत के बाद वर्तमान में रोजाना जिले के उपभोक्ताओं को 7.50 लाख रुपए अधिक चुकाने पड़ रहे हैं। जिले में प्रतिदिन औसतन 1.50 लाख लीटर डीजल व पेट्रोल की खपत होती है। इस तरह डीजल एवं पेट्रोल को मिलाकर औसत पांच रुपए प्रतिलीटर उपभोक्ता अधिक चुका रहे हैं।
नहीं घटाया टैक्स
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम की कीमतों में 10 प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी हुई, लेकिन केन्द्र सरकार व राज्य सरकार टैक्स में कटौती करने को तैयार नहीं हैं। जिससे पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। देश में सबसे अधिक पेट्रोल एवं डीजल की कीमतें मध्यप्रदेश में हैं। यहां पेट्रोल-डीजल में वैट टैक्स के अलावा, सरकार शिक्षाकर व दो प्रतिशत अतिरिक्त कर लगा रही है।
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