कमिश्रर को ज्ञापन सौंपने जा रहे थे संगठन पदाधिकारी कमिश्रर को ज्ञापन सौंपने जा रहे थे लेकिन बाद में उन्होंने कॉलेज चौराहे के पास जाम लगा दिया। जाम लगने की सूचना मिलते ही नगर पुलिस अधीक्षक शिवेन्द्र सिंह सहित पूरे शहर का बल मौके पर पहुंच गया। इस दौरान सड़क में बैठे लोगों को जबरन पुलिस बस में भरकर कंट्रोल रूम ले आई। कंट्रोल रूम पहुंचते ही आक्रोशित लोगों ने पुलिस व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मौके पर मौजूद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने उनसे मांगों के संबंध में चर्चा की और उनको समझाइश देकर शांत कराया। अभिषेक सिंह हत्याकांड में सतना पुलिस अभी तक आरोपियों का पता नहीं लगा पाई है जिससे पीडि़त परिजन इस घटना की सीबीआई जांच की मांग कर रहे है। धरने में राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव सिंह, जिलाध्यक्ष प्रवीण सिंह सोमवंशी, निर्मल सिंह, अजय सिंह कर्चुली, प्रदीप सिंह सोलंकी, लोकेन्द्र सिंह, सचिन सिंह, अर्जुन सिंह, सुलभ सिंह, किरण सिंह, प्रशांत सिंह, शुभम सिंह, अतुल सिंह, आयुष्मान सिंह, काव्या सिंह, अंकित सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
11 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
जाम लगाने वाले संगठन के पदाधिकारियों को कंट्रोल रूम लाने के बाद पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। उन पर जाम लगाकर यातायात बाधित करने की कार्रवाई की गई है। बाद में गिरफ्तार लोगों को रिहा कर दिया गया। इस मामले को लेकर दिन भर कंट्रोल रूम में बवाल मचा रहा।
क्या आरोप लगा रहे थे परिजन
परिजनों का आरोप था कि इस मामले को लेकर पुलिस शुरू से ही ढुलमुल रवैया अपना रही थी। पुलिस आरंभ से इसे आत्महत्या बता रही थी। यदि रीवा में पोस्टमार्टम न करवाया जाता तो पुलिस इसे आत्महत्या मानकर फाइल बंद कर देगी। अभी भी पुलिस आरोपियों को पकडऩे में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाये जिससे हत्या का रहस्य सामने आये।
क्या कहती है पुलिस
पुलिस ने अधिकृत प्रेसनोट जारी कर जानकारी दी है कि रॉयल राजपूत संगठन के पदाधिकारी सोमवार की रात सीएसपी से मिलने आये थे जिन्होंने विवेकानंद पार्क में धरने की सूचना दी थी और जाम लगाने से इंकार किया था। सीएसपी ने उनको अनुमति लेकर धरना देने की हिदायत दी थी। मंगलवार की सुबह सीएसपी ने संगठन के पदाधिकारियों को लिखित में नोटिस जारी कर अनुमति के बाद शांतिपूर्ण धरना देने की हिदायत दी थी। अचानक संगठन के लोग विवेकानंद पार्क में एकत्र हुए और कॉलेज चौराहे मेंं जाम लगा दिये। जिस पर संगठन के 11 पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है जिनके खिलाफ धारा 147, 149, 341 का मामला दर्ज किया गया है। इसके अतिरिक्त सीएसपी के आदेश का उल्लंघन करने पर उनके खिलाफ धारा 188 के तहत भी कार्रवाई की गई है।
11 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
जाम लगाने वाले संगठन के पदाधिकारियों को कंट्रोल रूम लाने के बाद पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। उन पर जाम लगाकर यातायात बाधित करने की कार्रवाई की गई है। बाद में गिरफ्तार लोगों को रिहा कर दिया गया। इस मामले को लेकर दिन भर कंट्रोल रूम में बवाल मचा रहा।
क्या आरोप लगा रहे थे परिजन
परिजनों का आरोप था कि इस मामले को लेकर पुलिस शुरू से ही ढुलमुल रवैया अपना रही थी। पुलिस आरंभ से इसे आत्महत्या बता रही थी। यदि रीवा में पोस्टमार्टम न करवाया जाता तो पुलिस इसे आत्महत्या मानकर फाइल बंद कर देगी। अभी भी पुलिस आरोपियों को पकडऩे में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाये जिससे हत्या का रहस्य सामने आये।
क्या कहती है पुलिस
पुलिस ने अधिकृत प्रेसनोट जारी कर जानकारी दी है कि रॉयल राजपूत संगठन के पदाधिकारी सोमवार की रात सीएसपी से मिलने आये थे जिन्होंने विवेकानंद पार्क में धरने की सूचना दी थी और जाम लगाने से इंकार किया था। सीएसपी ने उनको अनुमति लेकर धरना देने की हिदायत दी थी। मंगलवार की सुबह सीएसपी ने संगठन के पदाधिकारियों को लिखित में नोटिस जारी कर अनुमति के बाद शांतिपूर्ण धरना देने की हिदायत दी थी। अचानक संगठन के लोग विवेकानंद पार्क में एकत्र हुए और कॉलेज चौराहे मेंं जाम लगा दिये। जिस पर संगठन के 11 पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है जिनके खिलाफ धारा 147, 149, 341 का मामला दर्ज किया गया है। इसके अतिरिक्त सीएसपी के आदेश का उल्लंघन करने पर उनके खिलाफ धारा 188 के तहत भी कार्रवाई की गई है।
मामला दर्ज किया गया है
शिवेन्द्र सिंह, सीएसपी रीवा ने बताया कि संगठन के पदाधिकारियों को अनुमति लेकर निर्धारित स्थल पर धरना देने की हिदायत दी गई थी। उन्होंने सुबह भी अनुमति के बाद ही धरना देने के लिए आश्वस्त किया था लेकिन अचानक उन्होंने कॉलेज चौराहे में जाम लगा दिया। जिस पर 11 लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
शिवेन्द्र सिंह, सीएसपी रीवा ने बताया कि संगठन के पदाधिकारियों को अनुमति लेकर निर्धारित स्थल पर धरना देने की हिदायत दी गई थी। उन्होंने सुबह भी अनुमति के बाद ही धरना देने के लिए आश्वस्त किया था लेकिन अचानक उन्होंने कॉलेज चौराहे में जाम लगा दिया। जिस पर 11 लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।