भोपाल भेजी गई पुलिस टीम
घटना के बाद बाबा की भागने में मदद करने वाले आरोपियों में संजय त्रिपाठी निवासी पडऱा समेत अन्य लोगों का नाम सामने आया था जो बाबा की गिरफ्तारी के बाद से ही फरार हो गए थे। उक्त आरोपियों की लोकेशन भोपाल में टेस हुई थी जिस पर एसपी नवनीत भसीन ने बिछिया थाना प्रभारी जगदीश सिंह ठाकुर के नेतृत्व में टीम गठित कर उसे भोपाल भेजा। दिन भर सचिंग के बाद पुलिस ने भोपाल के भदबदा इलाके के एक घर में दबिश दी। उक्त घर के बाहर आरोपियों की गाड़ी खड़ी थी लेकिन कमरे का दरवाजा बाहर से बंद था। पुलिस ताला तुड़वाकर अंदर पहुंची तो एक कमरे में आरोपी संजय त्रिपाठी व अंशुल मिश्रा के साथ दो अन्य लोग मिल गए।
घटना के बाद बाबा की भागने में मदद करने वाले आरोपियों में संजय त्रिपाठी निवासी पडऱा समेत अन्य लोगों का नाम सामने आया था जो बाबा की गिरफ्तारी के बाद से ही फरार हो गए थे। उक्त आरोपियों की लोकेशन भोपाल में टेस हुई थी जिस पर एसपी नवनीत भसीन ने बिछिया थाना प्रभारी जगदीश सिंह ठाकुर के नेतृत्व में टीम गठित कर उसे भोपाल भेजा। दिन भर सचिंग के बाद पुलिस ने भोपाल के भदबदा इलाके के एक घर में दबिश दी। उक्त घर के बाहर आरोपियों की गाड़ी खड़ी थी लेकिन कमरे का दरवाजा बाहर से बंद था। पुलिस ताला तुड़वाकर अंदर पहुंची तो एक कमरे में आरोपी संजय त्रिपाठी व अंशुल मिश्रा के साथ दो अन्य लोग मिल गए।
आरोपियों को न्यायालय में किया गया पेश
उनको हिरासत में लेकर पुलिस रीवा ले आई जहां आरोपियों से पूछताछ की गई है। घटना के बाद बाबा संजय त्रिपाठी के घर में ही रुका हुआ था और सुबह वहां से फरार हुआ था। वहीं दूसरे आरोपी अंशुल मिश्रा ने राजनिवास में कमरा बुक करवाने में मदद की थी। आरोपियों के साथ पकड़े गए ड्राइवर व एक अन्य युवक की कोई भूमिका सामने नहीं आने पर पुलिस ने उनको छोड़ दिया। वहीं बाबा समेत तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर दिया गया जहां से उनको जेल भेजा गया है।
उनको हिरासत में लेकर पुलिस रीवा ले आई जहां आरोपियों से पूछताछ की गई है। घटना के बाद बाबा संजय त्रिपाठी के घर में ही रुका हुआ था और सुबह वहां से फरार हुआ था। वहीं दूसरे आरोपी अंशुल मिश्रा ने राजनिवास में कमरा बुक करवाने में मदद की थी। आरोपियों के साथ पकड़े गए ड्राइवर व एक अन्य युवक की कोई भूमिका सामने नहीं आने पर पुलिस ने उनको छोड़ दिया। वहीं बाबा समेत तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर दिया गया जहां से उनको जेल भेजा गया है।
26 मार्च को फार्म हाऊस में हुई थी बाबा की आरोपियों से मुलाकात, घटना दिनांक को आरोपी ने कई बार लगाया था पीडि़ता को फोन
इस घटना में शामिल बाबा का अन्य आरोपियों से मुलाकात 26 मार्च को संजय त्रिपाठी के फार्म हाऊस में हुई थी। आशंका जताई जा रही है कि उसी दिन घटना की योजना बन गई थी। उसके बाद राजनिवास में बुक कराए गए कमरे में आरोपी रुका हुआ था। 28 मार्च को आरोपी विनोद पाण्डेय ने किशोरी को कई बार फोन लगाया था। पहला फोन उसे सुबह दस बजे लगाया था और उसके बाद लगातार पीडि़ता को फोन करता रहा। आशंका जताई जा रही है कि घटना को पूरी साजिश रचकर अंजाम दिया गया था और इसी उद्देश्य से किशोरी को बार-बार फोन करके राजनिवास बुलवाया गया था।
इस घटना में शामिल बाबा का अन्य आरोपियों से मुलाकात 26 मार्च को संजय त्रिपाठी के फार्म हाऊस में हुई थी। आशंका जताई जा रही है कि उसी दिन घटना की योजना बन गई थी। उसके बाद राजनिवास में बुक कराए गए कमरे में आरोपी रुका हुआ था। 28 मार्च को आरोपी विनोद पाण्डेय ने किशोरी को कई बार फोन लगाया था। पहला फोन उसे सुबह दस बजे लगाया था और उसके बाद लगातार पीडि़ता को फोन करता रहा। आशंका जताई जा रही है कि घटना को पूरी साजिश रचकर अंजाम दिया गया था और इसी उद्देश्य से किशोरी को बार-बार फोन करके राजनिवास बुलवाया गया था।
जांच के बाद होगी आगे कार्रवाई
घटना में शामिल दो आरोपियों को भोपाल में दबिश देकर पकड़ा गया है जिन्होंने घटना के बाद बाबा की भागने में मदद की थी। आरोपियों से घटना के संबंध में पूछताछ की गई है। आरोपी को संरक्षण देने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। पूरे मामले की लगातार जांच चल रही है। जांच में जिस तरह के तथ्य सामने आयेंगे उस आधार पर आगे कार्रवाई की जायेगी।
नवनीत भसीन, एसपी रीवा
घटना में शामिल दो आरोपियों को भोपाल में दबिश देकर पकड़ा गया है जिन्होंने घटना के बाद बाबा की भागने में मदद की थी। आरोपियों से घटना के संबंध में पूछताछ की गई है। आरोपी को संरक्षण देने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। पूरे मामले की लगातार जांच चल रही है। जांच में जिस तरह के तथ्य सामने आयेंगे उस आधार पर आगे कार्रवाई की जायेगी।
नवनीत भसीन, एसपी रीवा