जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शन सहित अन्य जीवन रक्षक दवाईयों की कालाबाजारी करने वालों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय डाबर के नेतृत्व में टीम गठित की थी जिसमें उनको दवाईयों की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिये थे। एसपी द्वारा गठित टीम ने अब रेमडेसिविर इंजेक्शन की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने संजय गांधी अस्पताल, बिछिया अस्पताल, विंध्या अस्पताल व रीवा अस्पताल से उन मरीजों की जानकारी तलब की गई है जिन्होंने रेमडेसिविर इंजेक्शन लगवाया जायेगा।
इसके माध्यम से पुलिस उन मरीजों का पता लगायेगी जिन्होंने अस्पताल के अलावा बाजार से रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदा था। उन लोगों से संपर्क कर पुलिस रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध करवाने के साथ कीमत की जानकारी जुटाई जायेगी। यदि उनको निर्धारित कीमत से अधिक रेमडेसिविर बेंची गई है तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। बिछिया अस्पाल में 114 मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन लगवाने की जानकारी मिली है। एक दो दिन में सभी अस्पतालों से जानकारी मिलने के बाद पुलिस मरीजों व उनके परिजनों की तलाश करेगी। दरअसल कोरोना काल में रेेमडेसिविर इंंजेक्शन सहित अन्य जीवन रक्षक दवाईयों की जमकर कालाबाजारी की गई है जिसको देखते हुए पुलिस अब धीरे-धीरे अपनी जांच का दायरा बढ़ा रही है।