scriptआयुष्मान केन्द्रों पर गरीबों को नहीं मिल नहीं सेवाएं | Patrika News

आयुष्मान केन्द्रों पर गरीबों को नहीं मिल नहीं सेवाएं

locationरीवाPublished: Oct 15, 2018 12:36:47 pm

Submitted by:

Rajesh Patel

जिले में आयुष्मान भारत योजना के तहत जिला अस्प्ताल और एसजीएमएच में महज खानापूर्ति

Poor people can not get services at Ayushman centers

Poor people can not get services at Ayushman centers

 रीवा. जिले में आयुष्मान भारत योजना के तहत खोले गए केंद्र भगवान भरोसे संचालित हो रहे हैं। शुभारंभ के बीस दिन बीतने के बाद भी सेवाएं प्रारंभ नहीं हो सकी। जिला अस्तपाल में अभी तक महज तीन मरीजों को सेवा देने का दावा किया जा रहा है। संजय गांधी हॉस्पिटल में अभी तक एक भी मरीज को योजना के तहत सेवा नहीं दी गई है। दोनों केन्द्रों पर एक-एक आयुष्मान मित्र रखे गए हैं। जिससे २४ घंटे केन्द्र नहीं खुल रहा है। जिले में प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट गरीब मरीजों के लिए बेमानी है।
आयुष्मान प्रारंभ होते ही बहुप्रचारित योजना बेपटरी
केन्द्र सरकार की बहुप्रचारित योजना आयुष्मान भारत योजना का 23 सितंबर को धूमधाम से शुभारंभ किया गया। जिला स्तरीय आयुष्मान केन्द्र जिला अस्पताल में खोला गया है। बीस दिन बीतने के बाद अभी तक महज 25 हितग्राहियों को गोल्डन कार्ड वितरण किया गया है। सिविल सर्जन का दावा है कि तीन हितग्राहियों को इलाज का भी लाभ दिया गया है। यहां पर एक आयुष्मान मित्र है, जिससे २४ घंटे सेवा नहीं दी जा रही है। श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध संजय गांधी हॉस्पिटल में भी आयुष्मान मित्र कक्ष का शुभारंभ किया गया है। लेकिन केन्द्र महज कागजी औपचारिकता तक सीमित है। यहां पर दो कर्मचारियों को बैठाया गया है।
पचास से अधिक आवेदन आए
कर्मचारियों ने बाताया कि 40 से अधिक आवेदन आए हैं। जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते दोपहर बाद केन्द्र बंद हो जाता है। जबकि नियम है कि आयुष्मान केन्द्र पर मरीजों को २४ घंटे सेवा मिलेगी। केन्द्र पर महज आवेदन की औपचारिकता पूरी की जा रही है।
24 घंटे नहीं खुल रहे केंद्र
जिले में दो आयुष्मान केन्द्र खोले गए हैं। अव्यवस्था के चलते दोपहर बाद केन्द्र बंद कर दिए जाते हैं। दरअसल, दोनों केन्द्रों पर अभी तक शासन स्तर पर सुविधाएं मुहैया नहीं कराई गई हैं। चिकित्सकों का तर्क है कि आठ-आठ घंटे संचालित करने के लिए कम से कम छह आयुष्मान मित्र चाहिए, जिससे तीन पॉली में संचालित हो सके।
वर्जन…
आयुष्मान मित्रों की कमी है, अभी तक 25 को गोल्डन कार्ड वितरण किया गया है। जल्द प्रक्रिया तेज की जाएगी।
डॉ संजीव शुक्ला, जिला अस्पताल, सिविल सर्जन
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो