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सरकार की योजनाएं किसानों के लिए बेमानी, कृषि मंडियों में 5 के बजाए 20 रुपए में दे रहे पूड़ी-सब्जी

locationरीवाPublished: Dec 31, 2018 12:19:32 pm

Submitted by:

Rajesh Patel

नवागत कलेक्टर के निरीक्षण में खुली पोल, जिम्मेदारों की मनमानी से शासन की योजना किसानों के लिए बेमानी
 

Poori-vegetable giving 20 rupees to farmers in 5 agricultural markets

Poori-vegetable giving 20 rupees to farmers in 5 agricultural markets

रीवा. कृषि उपज मंडी करहिया में तीन साल से किसानों को पांच रुपए थाली भोजन देने के बजाए 20 रुपए में पूड़ी-सब्जी दी जा रही है। हैरान करने वाली बात तो यह कि यह खेल पिछले कई साल से चल रहा है। मंडी अधिकारियों ने वर्ष 2015 से लेकर अब तक कंटीन का टेंडर ही नहीं करा पाए हैं। दो दिन पहले नवागत कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव मंडी में खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण करने पहुंचे तो इसका खुलासा हुआ।
तीन साल से कंटीन का नहीं किया टेंडर
जिले में सबसे बड़ी कृषि मंडी केन्द्र करहिया के अधिकारियों की लापरवाही के चलते किसानों को मिलने वाली सुविधाओं में बंदबांट किया जा रहा है। शासन की ओर से कृषि मंडी में उपज की बिक्री करने वाले किसानों को सुविधाएं मुहैया कराने के साथ ही पांच रुपए थाली भोजन की व् यवस्था के लिए कंटीन बनाई गई है। करहिया मंडी परिसर की कंटीन में विमल मिश्र होटल चलाते हैं। होटल संचालक ने कहा, वर्ष 2014 से मंडी विभाग के द्वारा टेंडर नहीं कराया गया है।
भोजन के नाम पर किसानों से अतिरिक्त वसूली
किसानों की सुविधा के लिए 20 रुपए में सात पूड़ी और सब्जी देते हैं। चावल लेने पर बीस रुपए अतिरिक्त लिया जाता है। कई किसानों ने बताया कि कंटीन की व्यवस्था नहीं होने से दिक्कत होती है। कंटीन भवन में भी पूड़ी सब्जी के अलावा कुछ नहीं मिलता है। शासन की ओर से पांच रुपए में भोजन दिया जा रहा है। लेकिन, कंटीन में बीस रुपए में मात्र सब्जी पूड़ी दी जा रही है।
शासन की योजना किसानों के लिए बेमानी
कृषि उपज बेचने वाले किसान को कृषि मंडी की कंटीन में पांच रूपए प्रति थाली भोजन दिया जाता है। शेष भुगतान मंडी करती है। लेकिन, कर्मचारियों की मनमानी के चलते पिछले तीन साल से मंडी का संचालन नहीं हो रहा है। एक निजी होटल संचालक की साठ-गांठ से चाय, पान के साथ ही महज पूड़ी और सब्जी दी जा रही है। होटल संचालक के अनुसार कंटीन की व्यवस्था में दस रुपए मंडी की ओर से मिलता है और पांच रुपए किसान देता है।
कंटीन को बना लिया गोदाम
कृषि मंडी परिसर में कंटीन को निजी होटल संचालक आधे से अधिक भवन को गोदाम बना लिया है। कंटीन के नाम पर एक टेबल और एक बेंच रखा हुआ है। चाय-नास्ते के अलावा भोजन की व्यवस्था नहीं है। किसानों के कहने पर पूड़ी और सब्जी की व्यवस्था कराई जाती है।
वर्जन…
मंत्री में कंटीन चल रही है। टेंडर की स्थिति फाइल देखने के बाद ही कुछ बता पाउंगा।
स्वामीनाथ वर्मा, प्रभारी मंडी सचिव

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