शव परीक्षण रोस्टर तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। कहा गया है कि शव परीक्षण दिवस में संबंधित डॉक्टर अन्य डॉक्टर से ड्यूटी समायोजित किए बिना अवकाश पर नहीं जाएगा। पूर्व सूचना अधीक्षक और विभागाध्यक्ष को देनी होगी। प्रत्येक माह की 1 से 15 तारीख तक डॉ. आरके पांडेय और 16 से 31 तक डॉ. वायके सिंह फस्र्ट आन काल ड्यूटी पर रहेंगे। विभागाध्यक्ष की अनुमति के बगैर निर्धारित रोस्टर पर ड्यूटीरत डॉक्टर के अलावा अन्य किसी डॉक्टर द्वारा शव परीक्षण कार्य किया जाना वैधानिक नहीं माना जाएगा। एमबीबीएस छात्रों को शव परीक्षण प्रदर्शन का दायित्व ड्यूटीरत प्रथम चिकि त्सक का होगा। शव परीक्षण प्रकरणों के केंद्रीय पंजीयन का कार्य फोरेसिंक मेडिसिन विभाग कार्यालय मेडिकल कॉलेज में होगा। मालूम हो कि लंबे अरसे से संजय गांधी अस्पताल के आकस्मिक चिकित्सा विभाग में पदस्थ कैजुअलिटी मेडिकल अफसर ही शव परीक्षण कर रहे थे, जिन्हें अब इस कार्य से मुक्ति दे दी गई है। वह सिर्फ कैजुअलिटी की ड्यूटी संभालेंगे।शव परीक्षण रोस्टर तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।
ये रहेगा रोस्टर
सोमवार डॉ. एसपी गर्ग/डॉ. राजकुमार पटेल
मंगलवार डॉ. आरके पांडेय/ डॉ. नितिन प्रसाद
बुधवार डॉ. वायके सिंह/ डॉ. डीके सिंह
गुरुवार डॉ. नितिन प्रसाद/डॉ. आरके पांडेय
शुक्रवार डॉ. डीके मिश्रा/डॉ. वायके सिंह
शनिवार डॉ. राजकुमार पटेल/डॉ. एसपी गर्ग
रविवार को ऐसी व्यवस्था
माह का पहला रविवार डॉ. आरके पांडेय/डॉ. नितिन प्रसाद
माह का दूसरा रविवार डॉ. डीके मिश्रा/ डॉ. राजकुमार पटेल
माह का तीसरा रविवार डॉ. राजकुमार पटेल/डॉ. डीके मिश्रा
माह का चौथा रविवार डॉ. वायके सिंह/डॉ. नितिन प्रसाद
माह का पांचवा रविवार डॉ. नितिन प्रसाद/डॉ. आरके पांडेय