---- किश्तें समय पर मिल रही, तब भी मकान अधूरे शुरुआती दिनों में आवास योजना की किश्तें समय पर नहीं मिल पा रही थी। जिसकी वजह से लोग मकान का निर्माण पूरा नहीं करा पा रहे थे। बीते कुछ समय से सरकार लगातार किश्तों का आवंटन कर रही है, इसके बावजूद अब भी मकानों का निर्माण टारगेट के मुताबिक पूरा नहीं हो रहा है। अब जिला पंचायत सीईओ ने सभी जनपदों के अधिकारियों से कहा है कि वह पंचायतों पर तो निर्माण पूरा कराने का दबाव बनाएं हीं, साथ ही अधिकारी स्वयं फील्ड में निकलें और हितग्राहियों से जानकारी लें कि किस वजह से निर्माण कार्य पूरा नहीं हो रहा है। कई जगह से फीडबैक आया है कि गांवों में मिस्त्री समय पर नहीं मिल रहे तो निर्माण सामग्री का दाम भी कई गुना बढ़ चुका है।
-- योजना की राशि हजम करने वालों से वसूली का प्रस्ताव बीते पांच साल के अंतराल में बड़ी संख्या में ऐसे हितग्राही हैं जिन्होंने आवास योजना की राशि तो आहरित कर ली लेकिन मकान नहीं बनाया। इसमें पंचायतों की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है। जिला पंचायत ने कुछ समय पहले ही जिले में करीब साढ़े पांच हजार लोगों से आहरित राशि की वसूली का प्रस्ताव संबंधित तहसीलदारों को भेजा है। जिसमें कुर्की या फिर अन्य माध्यमों से वसूली होनी है। वसूली के लिए प्रस्तावित हितग्राहियों में जनपद पंचायत गंगेव में 763, हनुमना में 507, जवा में 662, मऊगंज में 453, नईगढ़ी में 143, रायपुर कचुर्लियान में 1021, रीवा में 678, सिरमौर में 758, त्योंथर में 508 हितग्राही शामिल हैं।
------- पांच साल में योजना की प्रगति ऐसी रही जनपद---- टारगेट---- अपूर्ण मकान गंगेव-- 16293----7259 हनुमना---16611----7996 जवा--- 16966----5302 मऊगंज--11632----5356 नईगढ़ी----6881---4563 रायपुर कचुर्लियान--18543--9106 रीवा---14728----6263 सिरमौर-- 18948---7332
त्योंथर---15061--6192 ------------------------- कुल---135663---59369 --------------------------- नोट- यह टारगेट वर्ष 2016-17 से लेकर अब तक का है।