सीवर एनीमिया ने ली प्रसूता की जान
रीवाPublished: Jul 19, 2018 01:06:58 pm
दो दिन पहले स्वस्थ बच्चे को दिया था जन्म, घर में डिलेवरी के बाद बिगड़ी थी तबियत
Pregnant death due to sewer anemia
रीवा। श्यामशाह मेडिकल कॉलेज के गंंाधी स्मारक चिकित्सालय में इलाज के दौरान प्रसूता की मौत हो गई। प्रसूता ने दो दिन पहले स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है। जानकारी के अनुसार, प्रसूता शीला कोल पति गयादीन ने दो दिन पहले घर पर एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। वह गंगेव ब्लाक के रक्शा गांव की रहने वाली है। डिलेवरी के कुछ घंटे बाद उसकी हालत बिगड़ गई। परिजन उसे लेकर गंगेव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उपचार किया लेकिन मंगलवार दोपहर उसकी हालत और बिगड़ गई। गंगेव सीएचसी के डॉक्टरों ने फौरन गांधी स्मारक चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया। शाम 4 बजे यहां पहुंचने के बाद विशेषज्ञ डॉक्टरों ने इलाज किया। रातभर आइसीयू में रखा गया। बुधवार दोपहर 2.30 बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जिसके बाद अस्पताल में मातम पसर गया। लेबर रूम में उपचार कर रहीं महिला चिकित्सकों ने बताया कि प्रसूता का हिमोग्लोविन लेवल बहुत कम करीब तीन ग्राम था। सीवर एनीमिया का केस था।
स्वास्थ्य विभाग की भी लापरवाही
मेडिकल कॉलेज की महिला चिकित्सकों का कहना है कि परिजनों से जानकारी ली गई थी इसे आयरन गोली का सेवन गर्भ के दौरान नहीं कराया गया है। सीवर एनीमिया के चलते हार्ट फेल होने से मौत हो गई। तीसरी डिलेवरी थी, हाइरिस्क होनेे के कारण संस्थागत प्रसव होना चाहिए था। लेकिन गर्भवती को हाइरिस्क में शामिल नहीं किया गया। एएनएम द्वारा कार्ड तक सही नहीं बनाया गया। आशा कार्यकर्ता ने भी उसकी सुध नहीं ली।
पल भर में खुशियां काफूर
आदिवासी परिवार नौ महीने से घर में किलकारी गूंजने का इंतजार कर रहा था। दो दिन पहले जब बच्चे का जन्म हुआ तो परिवार खुशियों से भर गया था। मृतक सुमन का पति इटारसी में था। घर में हुई डिलेवरी में लापरवाही के चलते खुशियां पल भर में काफूर हो गईं।
हर आंख हो गई नम
परिजनों की चीख-पुकार सुनकर लोग एकत्र हो गए। एक ओर प्रसूता का शव और विलखते परिजन, दूसरी ओर गोद में मां की मौत से अंजान दो दिन का मासूम। जिसने भी यह दृश्य देखा उसकी आंखें भर आईं। बड़ी संख्या में महिलाएं ढांढस बंधाती रहीं।