scriptPMGAY : जून माह में गरीबों को एक लाख क्विंटल से ज्यादा ब्रोकेन चावल बांटने की तैयारी | Preparations to distribute more than one lakh quintal of Broken rice | Patrika News

PMGAY : जून माह में गरीबों को एक लाख क्विंटल से ज्यादा ब्रोकेन चावल बांटने की तैयारी

locationरीवाPublished: May 26, 2020 07:58:50 am

Submitted by:

Rajesh Patel

राइस मिल से सीधे राशन दुकानों पर सप्लाई किया जा रहा चावल

Coronavirus impact on rice

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रीवा. जिले में आला अफसरों की अनदेखी के चलते जून माह में गरीबों को एक लाख क्विंटल से अधिक टूटा यानी ब्रोकेन युक्त चावल बांटने की तैयारी है। लॉकडाउन के दौरान अप्रैल, मई में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाइ) के तहत प्रत्येक परिवार को पांच किलो चावल अतिरिक्त वितरण के लिए राशन दुकानों पर सप्लाई की गई। कोरोना संक्रमण की आड़े में ही लगभग 1.12 लाख क्विंटल पुरानी धान की चावल की मिलिंग कराकर दुकानों पर सप्लाई किया जा रहा है। इतना ही नहीं नई धान का चावल बाजार में बेचकर घटिया चावल की सप्लाई की जा रही है।
पीटीएस गोदाम से पीडीएस में 30 प्रतिशत टूटा चावल
जिले में पीडीएस योजना के अलावा लॉकडाउन के दौरान गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत प्रत्येक परिवार को पांच-पांच किलो चावल वितरण किया जा रहा है। जून माह में 30 प्रतिशत से अधिक टूटा चावल नागरिक आपूर्ति निगम मिलरो से साठगांठ कर सीधे राशन दुकानों पर सप्लाई करा रहा है। जून माह का चावल मई माह में दुकानों पर आपूर्ति किया जा रहा है। रेकॉर्ड के अनुसार जून माह में अकेले प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 92 हजार क्विंटल से अधिक का आवंटल आया है।
गोदाम में पुराना चावल नहीं
गोदाम में पुराना चावल नहीं है। कई मिलर बाजार से घटिया चावल लेकर नान को दे रहे हैं। नान के द्वारा पीएमजीएवाई के तहत राशन दुकाों पर आपूर्ति किए गए चावल की गुणवत्ता की जांच कराई जाए तो खुद ब खुद हकीकत सामने आ जाएगी। नान कार्यालय में परिवहनकर्ता, मिलर की साठगांठ से राशन दुकानों पर पीडीएस के साथ प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत चावल की सप्लाई की जा रही है। बताया गया कि पीटीएस, उमरी, भेड़हरा, मनगवां और मऊगंज में स्थित गोदाम से जुड़े मिलर नियम-कायदे की अनदेखी कर चावल की सप्लाई कर रहे हैं।
दुकानों पर पहुंच रहा दोयम दर्जे का चावल
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में मिलर ब्रोकेन युक्त चावल खपाने के लिए नान अधिकारियों से साठगांठ कर लिया है। कुछ मिलरो को छोड़ तो ज्यादातर मिलर नान अधिकारियों से मिलकर चावल सीधे दुकानों पर आपूर्ति कर रहे हैं। जबकि चावल को गोदाम में जमा किया जाा है। बावजूद इसके गोदाम से चावल आंवटन के बजाए सीधे मिल से सप्लाई की जा रही है। अधिकारियों को सूचना दी गई है कि लॉकडाउन के दौरान श्रमिक नहीं मिल रहे हैं। बताया गया कि अब तक पचास हजार क्विंटल चापल की सप्लाई की जा चुकी है।
वर्जन…
राशन दुकानों पर ब्रोकेन चावल की आपूर्ति की जा रही है। ऐसी जानकारी नहीं है। अगर ऐसा है तो जांच कराकर कार्रवाई के लिए प्रस्तावत तैयार किया जाएगा। गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा।
ठाकुर राजेन्द्र , जिला नियंत्रक
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