खराब रिजल्ट को लेकर प्राचार्यो ने किया बड़ा खुलासा, जानिए क्या
रीवाPublished: May 21, 2019 09:22:19 pm
डीइओ बोले बहाने नहीं बताए हरहाल में रिजल्ट चाहिए, छुट्यिों में लगाओ कक्षा
Principal did a big disclosure about bad result, know what
रीवा।सरकारी विद्यालयों की खराब परीक्षा परिणाम को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी ने प्राचार्य की जमकर क्लास ली। सोमवार को डाइट में 30प्रतिशत के कम परिणाम लाने विद्यालयों के प्राचार्यो को बैठक बुलाकर खराब परिणाम का कारण पूछा। इस दौरान प्राचार्यो ने बताया कि अधिकांशत: छात्र अंग्रेजी व गणित में अनुर्तीण है। इन विषयों के नियमित शिक्षक नहीं होने पर अतिथि शिक्षकों ने पढ़ाया, लेकिन पढ़ाने मे रुचि नहीं ली है। इसके कारण छात्र अनुतीर्ण हुई है। इस जबाव पर जिला शिक्षा अधिकारी आर एन पटेल ने अंसतोष जाहिर करते हुए कहा कि बहाने नहीं बताएं बल्कि परीक्षा परिणाम सुधारे। इसके लिए दसवीं व बारहवी में पूरक छात्रों को कक्षाएं लगाकार हरहाल में बेहतर रिजल्द सुधारने व पूरक छात्रों के लिए गर्मियों में कक्षा लगाने के निर्देश दिए है। साथ ही अगामी शैक्षणिक सत्र में इन सभी प्राचार्यो को ७० फीसदी से अधिक परीक्षा परिणाम लाने का निर्देश दिया है।
बताया जा रहा है कि डाडट के 0-30 फीसदी से कम परीक्षा परिणाम लाने विद्यालयों के प्राचार्य को बुलाया गया है। समीक्षा के दौरान यह बात सामने आई की वर्ष 25 विद्यालयों का परीक्षा परिणाम पिछले दो वर्षो से लगातार 30प्रतिशत से कम आ रहा है। ऐसे में इन प्राचार्यो को अब अंतिम अवसर दिया गया है। साथ ही परीक्षा परिणाम को सुधारने के लिए प्राचार्यो से कार्य योजना मांगी है। इसके साथ ही अगामी के लिए कमजोर बच्चों की पृथक से कक्षा लगाने की बात कही है।
लिखते नहीं आता है तो शिक्षक व छात्रों से लिखवाओं सुलेख –
समीक्षा बैठक में डीइओ ने कहा देखने में आ रहा है कि छात्रा लिख नहीं पा रहे है इससे परिणाम बेहतर नहीं आ रहा है। इसलिए छात्रा तो हिंदी एवं अगं्रेंजी का दो पेज रोजना सुलेख लिखाएं। उन्होंने कहा कि लिखते तो शिक्षकों से भी नहीं आता है इसलिए वह भी लिखने का प्रयास करें।
प्राचार्य बताए माध्यमिक शिक्षा कमजोर-
प्राचार्यो ने बताया कि 8 वीं उत्र्तीण कर आने वाले छात्रों को माध्यमिक स्तर की पढ़ाई बहुत कमजोर होने के कारण है वह 9 वी एवं 10 की बोर्ड परीक्षा उर्तीण नहीं कर पाते है। इस पर प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तर को भी सुधारने की जरुरत है।
24छात्र 15 शिक्षक फिर 30 प्रतिशत परिणाम-
शासकीय हाई स्कूल भोलगढ़ में दसवी में कुल 24 छात्र थे । इन्हें पढ़ाने के लिए १२ नियमित शिक्षक एवं तीन अतिथि शिक्षक। इसके बावजूद दसवी में 30 फीसदी छात्र उत्र्तीण हुए है। डीइओ ने इस पर प्राचार्य से कहा कि आपने के पास शिक्षक व संसाधन होने के बावजूद परीक्षा परिणाम कम आया है इसकी वजह है शिक्षकों को रुचि नहीं लेना। डीइओ ने बताया कि आपके सभी शिक्षक 12 बजे पहुंचे है और 3.52 में चले जाते है ऐसे में परीक्षा परिणाम कैसे सुधेरगा।
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