वेटनरी कॉलेज में पिछले कई दिनों से मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्र भूख हड़ताल शुरू कर दिया है। दोपहर बाद तीन बजे छात्रों ने शहर में साई मंदिर के बलग में एकजुट हुए। इसके बाद शिल्पी प्लाजा होते हुए जुलूस के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। गेट पर प्रदर्शन किया।
इस दौरान छात्रों ने तहसील को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर आवाज बुलंद की। जुलूस के दौरान नारे लगाए कि हमारी मांगे पूरी करो, नौकरी मांगना हमारा अधिकार… आदि नारे लगाए। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा है कि सरकार वेटरनरी छात्रों के साथ दुव्र्यवहार जैसा बर्ताव कर रही है।
कहा है कि यदि सरकार उनकी मांगों पर त्वरित रूप से विचार नहीं करेगी तो वह प्रदेश की सभी कॉलेज में उग्र आंदोलन करेंगे। इनकी प्रमुख मांगों में प्रदेश भर में 1671 स्वीकृत पदों को बढ़ाकर सात हजार करने और इंटर्नशिप के दौरान 4600 रुपए मिलने वाले मानदेय को 20 हजार रुपए करने की मांग शामिल है।
पीजी के छात्र सुबह दस से सायं पांच बजे तक एवं अवकाश के दिन भी ड्यूटी करते हैं तो इसके लिए विशेष मानदेय देने की मांग शामिल हैं। वेटरनरी कॉलेज के छात्रों की सरकार से प्रमुख नाराजगी की एक वजह यह भी है कि सरकार अब प्रदेश में मेडिकल कॉलेज की तर्ज पर वेटरनरी कॉलेज प्राइवेट खोलने की अनुमति देने की तैयारी कर रही है।
छात्रों का कहना है कि सरकार वेटरनरी के डॉक्टर तो अधिक संख्या में तैयार करवा देगी लेकिन उनके लिए रोजगार के संसाधन उपलब्ध नहीं कराने से परेशानी और बढ़ेगी। मेडिकल छात्रों की तरह वेटरनरी छात्रों के पास विकल्प कम रहेंगे। डॉ. रविन्द्र गोले, मयंक शर्मा, गुरुदत्त दोनेरिया, आदित्य कुरकुरे, आशीष चौधरी, विकलेश सिंह सहित कई अन्य छात्रों ने कहा है कि मांगें पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा।