एक्ट्रोसिटी एक्ट के विरोध को लेकर जिला प्रशासन ने एक दिन पहले ही जिले में धारा-144 लागू कर दी गई थी। जिला दंडाधिकारी प्रीति मैथिल ने चेतावनी दी कि बिना अनुमति जुलूस, रैली, सभा और जबरिया दुकानें बंद करने की चेष्टा की गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन, भारत बंद के समर्थन में सर्वण समाज के विभिन्न संगठन एकत्रित हो गए। शहर में सुबह से ही जगह-जगह भीड़ जमा रही।
सवर्ण सेना के लोगों ने एससी-एक्ट के विरोध में शहर में जुलूस निकाला। इस दौरन कई जगहों पर टैक्टी से सवारियों को उतारा। अस्पताल रोड पर जननी एक्सप्रेस भी भीड़ से बचकर जैसे-तैसे निकल गई। इसी तरह जिले में कई जगहों पर साइकिल, मोटर साइकिल और सवारी वाहनों का हवा निकाल दिया गया। जिससे यात्रियों को भारी फजीहत झेलनी पड़ी।
रीवा. भारत बंद के दौरान पुलिस महानिरीक्षक उमेश जोगा, कलेक्टर प्रीति मैथिल नायक, पुलिस अधीक्षक सुशांत सक्सेना, अपर कलेक्टर बीके पाण्डेय सहित प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों ने शहर का भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। बंद के दौरान रेलवे स्टेशन रीवा में कुछ असमाजिक तत्वों ने शांति व्यवस्था भंग करने की कोशिश की जिस पर पुलिस ने बल उपयोग किया।
भारत बंद के दौरन न्यायालय के आस-पास दुकानें खुली रहीं। इसके अलावा रतहरा और उपरहटी बाजार में बंद असर नहीं रहा। रतहरा की ओर कुछ दुकानें बंद रहीं, ज्यादातर खुली रहीं। इसी तरह उपरहटी मोहल्ले और न्यायायलय परिसर के आस-पास दुकानें खुली रहीं।
जिले में भारत बंद शांतिपूर्ण रहा। पूरे दिन कंट्रोल की स्थिति रही। आखिरी समय कुछ लोगों ने छिटपुट विवाद रहा। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर काबू में कर लिया।
प्रीति मैथिल, कलेक्टर