हाईस्कूल व हायर सेकेंडरी में तिमाही परीक्षा परिणाम की समीक्षा हुई है। इसमें पाया कि हाईस्कूल सुमेदा में 33 छात्र अनुत्र्तीण है। वहीं तमरा हाईस्कूल में महज 6 फीसदी बच्चे तिमाही परीक्षा में पास हुए है। इस संबंध में जब प्राचार्य से कारण पूछा तो वह बेउत्तर रहे। वहीं हाईस्कूल अमिरती एवं हाईस्कूल चुआं परिहारिन टोला को परीक्षा परिणाम को देखकर समीक्षा कर रहे डीपीसी व सहायक संचालक हैरान रह गए। लेकिन जब गहन जांच की गई तो पता चला है कि परिणाम ही गलत फीड है। इनमें अमरिती ने 99.1 प्रतिशत व चुआं परिहारन टोल स्कूल ने 84 प्रतिशत परीक्षा परिणाम बताया है। लेकिन छात्रों की संख्या के आधार गलत फीडिंग पकड़ी गई है। बैठक के दौरान छात्रवृत्ति, मिड लाइन टेस्ट एवं सुपर 151 और निदान के अंतर्गत अतिरिक्त कक्षाओं पर चर्चा की गई। इसके अतिरिक्त ओजस क्लब गठित करने का निर्देश दिया है। वहीं जिन विद्यालयों के परीक्षा परिणाम कमजोर है उन्हें अतिरिक्त कक्षाएं लगाकर छमाही का बेहतर परीक्षा परिणाम लाने का निर्देश दिया है। बैठक में रीवा विकासखंड की नोडल भारती श्रीवास्तव, सहायक संचालक केपी तिवारी, डीपीसी सुधीर बांडा, सहित सभी 21 हाईस्कूल व हायर सेकेंडरी के प्राचार्य उपस्थित रहे।
गलत फीड कराई छात्रों की संख्या व परीक्षा परिणाम
हाई स्कूल चुआं परिहान टोला में 71 बच्चों का 10वीं का परीक्षा परिणाम फीड कर दिया गया। साथ ही 84 प्रतिशत परीक्षा परिणाम बताया गया। लेकिन इसकी गहन समीक्षा में पता चला कि इस विद्यालय में महज 43 छात्र ही दर्ज है। इसी तरह अमिरिती हाईस्कूल में 99.1 प्रतिशत परिणाम फीड किया गया। लेकिन समीक्षा में 40 फीसदी से भी कम परीक्षा परिणाम मिला।
शिक्षक बोले नहीं आते छात्र
इस दौरान हाईस्कूल व हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्यों ने कहा कि छात्र नियमित कक्षाओं में नहीं आते है। यही कारण है कि तिमाही का परीक्षा परिणाम कम रहा है। वहीं स्थानांतरण के कारण भी पढ़ाई प्रभावित हुई। इस पर अतिरिक्त कक्षाएं लगाकर इन विद्यालयों का परीक्षा परिणाम छमाही तक सुधारने निर्देश दिया है।