इसके टैक्स की गणना जीएसटी लागू होने के दिन से की जा रही है। बताया गया है कि उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों से इसने कबाड़ खरीदने की जानकारी दी है। साथ ही उनकी बिक्री मुरैना में कबाड़ व्यापारी के यहां करना बताया है। जबकि मौके पर उस तरह की सामग्री नहीं पाई गई, जिस तरह का कारोबार बताया गया है। जांच टीम ने दस्तावेजों की घंटों पड़ताल की तो पता चला है कि यह केवल अपने यहां का बिल बेचने का कारोबार करता था। मुरैना का कारोबारी जो कबाड़ का अवैध कारोबार करता है, उसे वैधानिक मान्यता देने के लिए रीवा से खरीदना दस्तावेज में बताता है।
इस मामले की लंबी पड़ताल की जा रही है। इन जांच टीमों में प्रमुख रूप से उपायुक्त केएन मीणा, सहायक आयुक्त मीनाक्षी पाण्डेय सहित करीब 15 सदस्यीय दल कार्रवाई करने रीवा पहुंचा था।
जांच में जब टैक्स चोरी पकड़ी गई तो कबाड़ कारोबारी बालमुकुंद साहू ने 11 लाख रुपए का चेक छापा मारने वाली टीम को सौंपा है। अभी दस्तावेजों का परीक्षण किया जा रहा है, इसलिए देर शाम तक यह पता नहीं चल पाया है कि कितने राशि की टैक्स चोरी पाई गई है। अनुमान के तहत अभी और टैक्स चोरी की रकम बढ़ेगी और उसकी वसूली की जाएगी। उत्तर प्रदेश के आगरा, कानपुर, जौनपुर, लखनऊ सहित अन्य कई शहरों से कबाड़ खरीदने की जानकारी जांच दल को दी है।
कबाड़ का कारोबार करने वालों के यहां करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी इसके पहले भी पकड़ी जा चुकी है। राज्यकर की टीम ने पडऱा में इसके पहले एक कबाड़ कारोबारी के यहां छापामार कार्रवाई की थी। जिसमें करीब ढाई करोड़ रुपए की टैक्स चोरी पकड़ी गई है। इसमें उन व्यापारियों पर भी कार्रवाई की जा रही है, जिनके यहां से वह सामग्री खरीदने और बेचने की जानकारी दे रहा था।
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कबाड़ का कारोबार करने वाले के यहां जांच की जा रही है। करोड़ों में कारोबार है लेकिन दस्तावेजों से उसकी पुष्टि नहीं हो रही है। उन व्यापारियों की भी जांच होगी, जिनके यहां से व्यापारी करने की जानकारी मिली है।
केएन मीणा, उपायुक्त एंटी एवीजन राज्यकर
जांच में जब टैक्स चोरी पकड़ी गई तो कबाड़ कारोबारी बालमुकुंद साहू ने 11 लाख रुपए का चेक छापा मारने वाली टीम को सौंपा है। अभी दस्तावेजों का परीक्षण किया जा रहा है, इसलिए देर शाम तक यह पता नहीं चल पाया है कि कितने राशि की टैक्स चोरी पाई गई है। अनुमान के तहत अभी और टैक्स चोरी की रकम बढ़ेगी और उसकी वसूली की जाएगी। उत्तर प्रदेश के आगरा, कानपुर, जौनपुर, लखनऊ सहित अन्य कई शहरों से कबाड़ खरीदने की जानकारी जांच दल को दी है।
कबाड़ का कारोबार करने वालों के यहां करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी इसके पहले भी पकड़ी जा चुकी है। राज्यकर की टीम ने पडऱा में इसके पहले एक कबाड़ कारोबारी के यहां छापामार कार्रवाई की थी। जिसमें करीब ढाई करोड़ रुपए की टैक्स चोरी पकड़ी गई है। इसमें उन व्यापारियों पर भी कार्रवाई की जा रही है, जिनके यहां से वह सामग्री खरीदने और बेचने की जानकारी दे रहा था।
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कबाड़ का कारोबार करने वाले के यहां जांच की जा रही है। करोड़ों में कारोबार है लेकिन दस्तावेजों से उसकी पुष्टि नहीं हो रही है। उन व्यापारियों की भी जांच होगी, जिनके यहां से व्यापारी करने की जानकारी मिली है।
केएन मीणा, उपायुक्त एंटी एवीजन राज्यकर