मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात 1 बजे मौसम ने करवट ली। रिमझिम बारिश शुरू हुई। बारिश का यह सिलसिला रुक-रुक कर चलता रहा। बुधवार दोपहर 12.30 बजे झमाझम ने किसानों की उम्मीदें पूरी कर दी। लंबे समय से अच्छी बारिश की राह देख रहें किसानों के खेत-खलिहान लबालब हो गए हैं। वहीं शहरियों के लिए भी मौसम का मिजाज शानदार हो गया है। आसमान पर सुबह से ही बादलों ने डेरा जमाए रखा। सूर्य के दर्शन दुर्लभ हो गए। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों सेमरिया, सिरमौर, रायपुर कर्चुलियान, जवा, मनगवां, गुढ़, नईगढ़ी, हनुमना, मऊगंज सभी ब्लॉकों में बारिश रिकार्ड की गई। मौमस विभाग के अनुसार, सायं 5.30 बजे तक 52 मिमी. से अधिक बारिश दर्ज की गई जबकि आसमान पर काले बादलों की आहट बरकरार है और रुक-रुक कर बारिश का क्रम जारी है।
पूर्वी यूपी में बना निम्नदाब
मौसम केंद्र भोपाल के मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में निम्नदाब का क्षेत्र बना हुआ है। जिससे भारी बारिश की संभावना प्रबल है। यह हवा के रुख पर निर्भर करेगा। वर्तमान समय में पूरबाई चल रही है। जिससे मध्य प्रदेश के पूर्वा हिस्से में बारिश हो रही है। अगले चौबीस घंटे में बारिश की चेतावनी मौसम केंंद्र ने जारी की है।
मौसम केंद्र भोपाल के मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में निम्नदाब का क्षेत्र बना हुआ है। जिससे भारी बारिश की संभावना प्रबल है। यह हवा के रुख पर निर्भर करेगा। वर्तमान समय में पूरबाई चल रही है। जिससे मध्य प्रदेश के पूर्वा हिस्से में बारिश हो रही है। अगले चौबीस घंटे में बारिश की चेतावनी मौसम केंंद्र ने जारी की है।
शहर में कीचड़ की मुसीबत
लगातार बारिश से शहर के मोहल्लों में समस्या बढ़ गई है। उर्रहट गली नं. चार में आधे मोहल्ले में नाली न होने से बारिश का पानी सड़क पर भरा हुआ है। जिससे होकर लोग निकलने को मजबूर हैं। नारेंद्र नगर में पुलिया के निर्माण के चलते सड़क पर कीचड़ ही कीचड़ हो गया है। अस्पताल परिसर में बाह्य रोगी विभाग के सामने जलभराव हो गया। जलनिकासी की समस्या है। विश्वविद्यालय जाने वाले मार्ग की हालत खराब है। उखड़ चुकी सड़क में कीचड़ से लोग परेशान हैं।
लगातार बारिश से शहर के मोहल्लों में समस्या बढ़ गई है। उर्रहट गली नं. चार में आधे मोहल्ले में नाली न होने से बारिश का पानी सड़क पर भरा हुआ है। जिससे होकर लोग निकलने को मजबूर हैं। नारेंद्र नगर में पुलिया के निर्माण के चलते सड़क पर कीचड़ ही कीचड़ हो गया है। अस्पताल परिसर में बाह्य रोगी विभाग के सामने जलभराव हो गया। जलनिकासी की समस्या है। विश्वविद्यालय जाने वाले मार्ग की हालत खराब है। उखड़ चुकी सड़क में कीचड़ से लोग परेशान हैं।