इसके बाद भी कन्या महाविद्यालय और शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय सहित अन्य कॉलेजों में छात्र-छात्राओंं ने हंगामा किया। कन्या महाविद्यायल में पहले से ही पुलिस व्यवस्था की गई थी। जिससे स्थिति गंभीर नहीं होने पाई। सबसे बड़े टीआरएस कालेज में प्रवेश को लेकर मारामारी की स्थिति बनती है। इस बार उत्कृष्ट कालेजों में 60 प्रतिशत से अधिक के अंक वाले छात्रों को ही प्रवेश देने का प्रावधान सरकार की ओर से रखा गया है। जिससे बड़ी संख्या में छात्र यहां से लौट रहे हैं।
कॉलेज प्रबंधन ने पहले गेट बंद कराया था लेेकिन इसके बाद अचानक गेट खोल दिया। जससे पहले पहुंचने के लिए छात्रों में भगदड़ मच गई। भगदड़ के दौरान तीन छात्राएं गिर गईं जिससे उनको चोट भी आई है। प्रबंधन इस दौरान मूकदर्शक बना रहा। बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और व्यवस्था बनाई गई। छात्रों का आरोप है कि प्राचार्य द्वारा पहले से व्यवस्था नहीं की गई थी, इसी कारण यह स्थिति निर्मित हुई। कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ छात्रों में जबरदस्त आक्रोश देखा गया। वहीं पीडि़त छात्राओं को उनके घर भेज दिया गया है।
कालेज प्रबंधन की लापरवाही आई सामने
कॉलेज में हुए हंगामें के मामले में कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है। यदि पहले से व्यवस्था बनाई गई होती और सुरक्षा के लिए पुलिस बुलाते तो यह स्थिति निर्मित नहीं होती। एसयूआई के पंकज चतुर्वेदी ने कहा प्राचार्य की घोर लापरवाही और उनके गैर जिम्मेदाराना रवैये से भगदड़ मची है। जिससे तीन छात्राएं बेहोश हुई थीं।
कॉलेज में हुए हंगामें के मामले में कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है। यदि पहले से व्यवस्था बनाई गई होती और सुरक्षा के लिए पुलिस बुलाते तो यह स्थिति निर्मित नहीं होती। एसयूआई के पंकज चतुर्वेदी ने कहा प्राचार्य की घोर लापरवाही और उनके गैर जिम्मेदाराना रवैये से भगदड़ मची है। जिससे तीन छात्राएं बेहोश हुई थीं।
—————————- मऊगंज कॉलेज प्रबंधन ने पहले से गेट बंद कर रखा था, जिससे हजारों छात्र वहां जमा थे। काफी देर बाद जब गेट खोला गया तो भगदड़ मच गई। भगदड़ में ही छात्राएं गिर गई होगी। मारपीट की घटना की जानकारी प्रबंधन व छात्रों द्वारा नहीं दी गई है।
कन्हैया सिंह बघेल, थाना प्रभारी मऊगंज
कन्हैया सिंह बघेल, थाना प्रभारी मऊगंज