विस्थापितों में 15 को पहले ही मकान आवंटित किए गए थे शेष 15 को अब चाबी सौंपी गई है। विधायक राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि रीवा को झुग्गी मुक्त व आवास युक्त शहर बनाना प्राथमिकता में है। रतहरा में निर्मित प्रधानमंत्री आवास आदर्श कालोनी के रूप में अपनी पहचान बनाएगी। उन्होंने कहा कि पूर्व से निर्मित आईएचएसडीपी योजना से बने माकानों में जो सुधार के कार्य हैं उन्हें कराने के लिए स्वेच्छानुदान की राशि
प्रदान की जाएगी। सांसद जनार्दन मिश्र ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह सपना है कि देश के एक-एक गरीब को पक्का आवास मिले। इस दौरान संभागायुक्त प्रशासक नगर निगम राजेश कुमार जैन ने कहा कि हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसका अपना माकान हो। पहले गरीबों का यह सपना अधूरा रह जाता था मगर प्रधानमंत्री आवास योजना ने इनके स्वयं के पक्के घर होने के सपने को साकार करने का कार्य किया है।
प्रदान की जाएगी। सांसद जनार्दन मिश्र ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह सपना है कि देश के एक-एक गरीब को पक्का आवास मिले। इस दौरान संभागायुक्त प्रशासक नगर निगम राजेश कुमार जैन ने कहा कि हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसका अपना माकान हो। पहले गरीबों का यह सपना अधूरा रह जाता था मगर प्रधानमंत्री आवास योजना ने इनके स्वयं के पक्के घर होने के सपने को साकार करने का कार्य किया है।
योजना के तहत रीवा शहर में 2240 आवास बनाये जाने हैं जिनमें 126 आवासों में गरीबों को आवंटन मिल चुका है। इस दौरान कलेक्टर इलैयाराजा टी, निगम आयुक्त मृणाल मीना, बिजली कंपनी के अधीक्षण यंत्री विद्युत मण्डल शरद श्रीवास्तव, पूर्व प्रभारी महापौर व्यंकटेश पाण्डेय, नीरज पटेल, विवेक दुबे, राजेश पाण्डेय, निगम के प्रभारी अधीक्षण यंत्री शैलेन्द्र शुक्ल, उपायुक्त एपी शुक्ला सहित अन्य मौजूद रहे।
– विवादों में रही है निगम की कार्रवाई
रतहरा तालाब से अतिक्रमण हटाने की निगम की कार्रवाई विवादों में रही है। लॉकडाउन के दौरान बिना किसी पूर्व सूचना के मकान और झुग्गियों को तोडऩे की प्रक्रिया पर सवाल उठाए गए थे। पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह सहित अन्य प्रमुख नेताओं ने विरोध किया था। नगर निगम ने यहां से हटाने के बाद आवास योजना की पार्किंग में ही विस्थापितों को स्थान दिया था। तब से करीब दो महीने तक वहीं पर लोग रह रहे हैं। अभी भी बड़ी संख्या में पार्किंग में ही लोग निवास कर रहे हैं।
रतहरा तालाब से अतिक्रमण हटाने की निगम की कार्रवाई विवादों में रही है। लॉकडाउन के दौरान बिना किसी पूर्व सूचना के मकान और झुग्गियों को तोडऩे की प्रक्रिया पर सवाल उठाए गए थे। पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह सहित अन्य प्रमुख नेताओं ने विरोध किया था। नगर निगम ने यहां से हटाने के बाद आवास योजना की पार्किंग में ही विस्थापितों को स्थान दिया था। तब से करीब दो महीने तक वहीं पर लोग रह रहे हैं। अभी भी बड़ी संख्या में पार्किंग में ही लोग निवास कर रहे हैं।
– इन हितग्राहियों को मिले आवास
रतहरा में आवास योजना के मकान की चाबी जिन हितग्राहियों को सौंपी गई है, उसमें प्रमख रूप से बच्चा बंसल, ममता बंसल, सरोज बंसल, पप्पू बंसल, अन्नू बंसल, दशरथ बंसल, छोटू बंसल, बबलू बंसल, मोहन बंसल, सन्नो बंसल, मोनू बंसल, राजवती बंसल, मुकेश बंसल, अजय बंसल, संजय चतुर्वेदी, प्रकाश बंसल, सुरेन्द्र बंसल, सूरज बंसल, रोहित बंसल, सुनील बंसल, मिलन बंसल, सोनू बंसल, निर्मला बंसल, बलराम बंसल, आशीष बंसल, लालमन बंसल, सुनील बंसल पिता मूलचंद बंसल, रन्नू बंसल तथा आशीष बंसल पिता राजेन्द्र बंसल आदि शामिल हैं।
रतहरा में आवास योजना के मकान की चाबी जिन हितग्राहियों को सौंपी गई है, उसमें प्रमख रूप से बच्चा बंसल, ममता बंसल, सरोज बंसल, पप्पू बंसल, अन्नू बंसल, दशरथ बंसल, छोटू बंसल, बबलू बंसल, मोहन बंसल, सन्नो बंसल, मोनू बंसल, राजवती बंसल, मुकेश बंसल, अजय बंसल, संजय चतुर्वेदी, प्रकाश बंसल, सुरेन्द्र बंसल, सूरज बंसल, रोहित बंसल, सुनील बंसल, मिलन बंसल, सोनू बंसल, निर्मला बंसल, बलराम बंसल, आशीष बंसल, लालमन बंसल, सुनील बंसल पिता मूलचंद बंसल, रन्नू बंसल तथा आशीष बंसल पिता राजेन्द्र बंसल आदि शामिल हैं।