फ फक- फकर कर रोने लगा किसान–
मनगंवा से आए किसान संतोष द्विवेदी ने लोक अदालत में आकर ७०३५ रुपए समझौता शुल्क अदा। विद्युत चोरी के मामले में विद्युत कंपनी ने उनको १०७३५ रुपए का बिल जारी किया था। लेकिन बिल जमा करने के बाद जैसे ही जांच अधिकारी दिखे किसान उन पर बरस पड़ा। साथ ही फफक कर रोते हुए बोला कि बोर में पानी नहीं है, इसके बावजूद आप ने विद्युत चोरी का प्रकरण बना दिया है यह कहां का न्याय है।
मनगंवा से आए किसान संतोष द्विवेदी ने लोक अदालत में आकर ७०३५ रुपए समझौता शुल्क अदा। विद्युत चोरी के मामले में विद्युत कंपनी ने उनको १०७३५ रुपए का बिल जारी किया था। लेकिन बिल जमा करने के बाद जैसे ही जांच अधिकारी दिखे किसान उन पर बरस पड़ा। साथ ही फफक कर रोते हुए बोला कि बोर में पानी नहीं है, इसके बावजूद आप ने विद्युत चोरी का प्रकरण बना दिया है यह कहां का न्याय है।
फिर लोक अदालत से आ गया समन
विद्युत कंपनी द्वारा लोक अदालत में पुन: नोटिस जारी करते अधिकारी
पोड़ी निवासी अमृतलाल गौतम ने बताया कि इसके पहले ९ मार्च को आयोजित लोक अदालत में विद्युत कंपनी ने नोटिस जारी किया था। उस दौरान भी समझौता करने को आए लेकिन विद्युत कंपनी के अधिकारियों ने फिर से नोटिस जारी कर दिया। अब अधिकारी बोलते है कि बाद में आना, लगातार दो बार से पेशी लगा रहे है। टीसी रसीद होने के बावजूद विद्युत कंपनी के अधिकारियों ने विद्युत चोरी का मुकदमा बना दिया है।
विद्युत कंपनी द्वारा लोक अदालत में पुन: नोटिस जारी करते अधिकारी
पोड़ी निवासी अमृतलाल गौतम ने बताया कि इसके पहले ९ मार्च को आयोजित लोक अदालत में विद्युत कंपनी ने नोटिस जारी किया था। उस दौरान भी समझौता करने को आए लेकिन विद्युत कंपनी के अधिकारियों ने फिर से नोटिस जारी कर दिया। अब अधिकारी बोलते है कि बाद में आना, लगातार दो बार से पेशी लगा रहे है। टीसी रसीद होने के बावजूद विद्युत कंपनी के अधिकारियों ने विद्युत चोरी का मुकदमा बना दिया है।