नगर निगम प्रशासन कोरोना संक्रमण जैसे मामले में भी उदासीन रवैया अपना रहा है। अभी कोरोना संक्रमित की अधजला शव छोडऩे का मामला शांत नहीं हुआ है और वहीं दूसरी ओर सफाई कर्मचारियों ने यह शिकायत की है कि उन्हें सेनिटाइजर नहीं दिया जा रहा है। इस कारण संक्रमित स्थानों पर भी वह सफाई करते हैं, जिसके चलते उन पर भी संक्रमण का खतरा बना रहता है। बताया गया है कि कई वार्डों के सफाई कर्मचारी नगर निगम के सफाई गोदाम पहुंचे और वहां के प्रभारी रामकुशल से सेनिटाइजर की मांग की तो कहा गया कि स्टॉक समाप्त हो चुका है। जब तक नए खरीदने की स्वीकृति नहीं मिलती तब तक ऐसे ही काम चलाएं। यह मामला जब वार्डों के निवर्तमान पार्षदों के पास तक पहुंचा तो उनकी ओर से आयुक्त सहित अन्य अधिकारियों से शिकायत की गई और कहा गया कि इस तरह की लापरवाही से सफाई कर्मचारियों के लिए खतरा बढ़ रहा है। लगातार कई वार्डों से इस मनमानी पर आपत्ति उठाए जाने पर निगम के अधिकारी हरकत में आए। दोपहर बाद कहा कि जल्द ही सेनिटाइजर खरीदे जाएंगे। इसकी प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है।
एसजीएमच में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का तीसरे टेस्ट के लिए सैंपल लिया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की नई गाइड लाइन के पालन की तैयारी शुरू हो गई है। एसजीएमएच के कोरोना कोआर्डिनेटर डॉ. मनोज इंदुलकर ने बताया कि डॉ. सिंहल की बेटी और बहन की की तबियत ठीक है। नई गाइड लाइन के तहत सैंपल की जांच कर छोडऩे की तैयारी है। लेकिन, कंटेनमेंट एरिया खत्म होने के बाद ही घर भेजा जाएगा। उनको छोडऩे से पहले जिला अस्पताल की सर्वे रिपोर्ट ली जाएगी। घर पर रहने की व्यवस्था प्रोटोकाल के तहत है या नहीं, यह देख जाएगा। दोनों मरीजों की तीसरी रिपोर्ट यदि निगेटिव आाएगी तभी उनको छोड़ा जाएगा। चिकित्सकों ने बताया कि नई गाइड लाइन आने के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल नई गाइड लाइन में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती गरीब परिवार के मरीजों के लिए घर का सर्वे कराया जाएगा। सीमएमएचओ डॉ.आरएस पांडेय ने बताया कि शनिवार को ६१ रिपोर्ट आई। वहीं ६५ लोगों के सैंपल लिया गया। अभी तक ४३२ सैंपल लिए गए हैं। जिसमें पांच सैंपल रिजेक्ट हो गए। ४१६ की रिपोर्ट निगेटिव है। ७ कोरोना संदिग्धों की रिपोर्ट आना बाकी है।