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छात्र ने पूछा सर! आप की तरह हम कैसे बन सकते हैं कलेक्टर , जानिए कलेक्टर ने क्या दिया जबाव

locationरीवाPublished: Sep 18, 2019 09:27:26 pm

Submitted by:

Lokmani shukla

शिक्षादान योजना के तहत कलेक्टर को शहर के खुटेही स्थित मॉडल स्कूल में पहुंचे और कक्षा १२वीं के एग्रीकल्चर विषय के छात्रों को फसल उत्पाद पर लेक्चर दिया

 The student asked Sir! How can we become a collector like you, know what the collector gave

The student asked Sir! How can we become a collector like you, know what the collector gave

रीवा। शिक्षादान योजना के तहत कलेक्टर को शहर के खुटेही स्थित मॉडल स्कूल में पहुंचे और कक्षा 12वीं के एग्रीकल्चर विषय के छात्रों को फसल उत्पाद पर लेक्चर दिया। कलेक्टर को अपने टीचर की तरह पढ़ाते देख छात्र प्रसन्न रहे। यहां तक कि और पढ़ाने की इच्छा जाहिर की। जिसपर कलेक्टर ने छात्रों को 10 मिनट का अतिरिक्त समय दिया। छात्रों को बताया कि वह पढ़ाई को समाज से जोड़ें तो सफलता मिलना है तय है। साथ ही छात्र हर विषय में अच्छी सफलता हासिल कर सक ते है। इस दौरान छात्र ऋषभ शुक्ला ने पूछा की वह किस तरह कलेक्टर बन सकते हैं। इस पर उन्होंने बताया कि पढ़ाई के साथ जरुरी है चर्चा। जो पढ़ें और उस विषय पर चर्चा जरूर करें। इसके लिए अच्छे कॉलेज में नियमित पढ़ाई करें।
शिक्षा दान योजना के तहत कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव में सरकारी स्कूल में पढ़ाने सर्वप्रथम आवेदन किया था। उन्होंने महीने के द्वितीय एवं तृतीय शनिवार को एक घंटे बच्चों को पढ़ाने का समय दिया है। साथ ही वह बच्चों को शेष दो शनिवार में भी शिक्षा देने की योजना बना रहे है। इस दौरान वह छात्रों को विषय के साथ पढऩे के तरीके एवं अनुभवों को बता रहे हैं। जिससे छात्र अनुभवों से सीख लेकर आगे बढ़कर सके। शनिवार को मॉडल स्कूल में एक घंटे तक उन्होंने फसल उत्पाद विषय पर छात्रों को उदाहरण देकर समझाया कि कम कृषि में वह कैसे अधिक से अधिक उत्पादन अर्जित कर सकते है। उन्होंने कहा कि कृषि से पढऩे वाले छात्र हर विषय से जुड़े होते है और इसमें छात्रों को अंक भी अच्छे मिलते है।
किताबी कीड़ा न बनें छात्र-
कलेक्टर ने छात्रों से कहा कि वह किताबी कीड़ा बनकर पढ़ाई नहीं करें। बल्कि जो पढ़े उस पर चर्चा करें। इससे चीजें आसान हो जाएगी। साथ ही पढ़ाई को समाज से जोडऩे के बाद और ज्यादा सरलता से समझा जा सकता है। इसके लिए विषय बनाएं और उस पर अपने साथियों से मिलकर चर्चा करें।
आपको पढ़ाने से मुझे मिलती है ऊर्जा
कलेक्टर ने छात्रों से कहा कि आपको पढ़ाने में मेरा भी एक स्वार्थ छिपा हुआ है। अक्सर ज्यादा पढ़े लिखे लोगों से बात करते हैं लेकिन आप के बीच आने से हमें नई ऊर्जा मिलती है। साथ ही पढ़ाई के साथ अनुभवों को आप से साझा करना है जिससे कि आप बेहतर पढ़ाई कर सकें।

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