कलेक्टर ने छात्रों से कहा कि वह किताबी कीड़ा बनकर पढ़ाई नहीं करें। बल्कि जो पढ़े उस पर चर्चा करें। इससे चीजें आसान हो जाएगी। साथ ही पढ़ाई को समाज से जोडऩे के बाद और ज्यादा सरलता से समझा जा सकता है। इसके लिए विषय बनाएं और उस पर अपने साथियों से मिलकर चर्चा करें।
कलेक्टर ने छात्रों से कहा कि आपको पढ़ाने में मेरा भी एक स्वार्थ छिपा हुआ है। अक्सर ज्यादा पढ़े लिखे लोगों से बात करते हैं लेकिन आप के बीच आने से हमें नई ऊर्जा मिलती है। साथ ही पढ़ाई के साथ अनुभवों को आप से साझा करना है जिससे कि आप बेहतर पढ़ाई कर सकें।
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