scriptRewa ; 204 नए मरीज मिले, सेंपल में 20 प्रतिशत संक्रमित पाए गए | Rewa corona updates, positive report | Patrika News

Rewa ; 204 नए मरीज मिले, सेंपल में 20 प्रतिशत संक्रमित पाए गए

locationरीवाPublished: Apr 15, 2021 11:34:10 am

Submitted by:

Mrigendra Singh

– उपचार के दौरान एक व्यक्ति ने दम तोड़ा, बढ़ते संक्रमण पर नियंत्रण के लिए प्रयास नाकाफी साबित

rewa

Rewa corona updates, positive report


रीवा। कोरोना संक्रमण की जिले में रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक रीवा जिले में 204 नए पाजिटिव पाए गए हैं। यह संख्या एक दिन पहले पाए गए मरीजों से सात कम है लेकिन सेंपलों की जांच का प्रतिशत चौंकाने वाला है। दिनभर में 1024 मरीजों के सेंपल की जांच की गई। जिसमें करीब 20 फीसदी लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। यह आंकड़ा प्रशासन के लिए चिंताजनक है। अप्रेल महीने में लगातार मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है। जांच की संख्या और बढ़ाए जाने की मांग की जा रही है लेकिन अभी औसत एक हजार के आसपास ही लोगों की जांच हो पा रही है। जबकि दूसरे शहरों से ग्रामीण क्षेत्रों में आ रहे लोगों की जांच के लिए भी विशेष अभियान चलाए जाने की मांग की जा रही है।

– शहरी क्षेत्र बना हॉटस्पाट
कोरोना का हॉट स्पाट रीवा शहरी क्षेत्र बना हुआ है। दूसरे चरण की लहर में हर दिन बड़ी संख्या में रीवा शहरी क्षेत्र में ही पाजिटिव मरीज पाए जा रहे हैं। अभी ग्रामीण क्षेत्रों का आंकड़ा कई ब्लाकों में सामान्य माना जा रहा है।

नए मरीजों पर एक नजर
नए पाजिटिव मरीजों में रीवा शहर में 123, गोविंदगढ़ में १०, नईगढ़ी में एक, गंगेव में 14, रायपुर कर्चुलियान में छह, मऊगंज में सात, हनुमना में एक, जवा में चार, त्योंथर में आठ, सिरमौर में ३० मरीज पाए गए हैं।
————
एक व्यक्ति की मौत, आज होगा अंतिम संस्कार
कोरोना संक्रमण के चलते संजयगांधी अस्पताल में उपचार के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई है। जिसकी सूचना सायं करीब साढ़े पांच बजे के बाद नगर निगम के पास पहुंची है। जिसकी वजह से अंतिम संस्कार नहीं हो सका है। गुरुवार को प्रात: निर्धारित प्रोटोकाल के तहत अंतिम संस्कार किया जाएगा।
—–
इस महीने सात शवों का अंतिम संस्कार
कोरोना संक्रमित मरीजों के जारी किए जाने वाले आंकड़ों में वृद्धि चाहे भले ही नहीं हो रही हो लेकिन अंतिम संस्कार के लिए लगातार शव आ रहे हैं। नगर निगम आयुक्त नगर निगम मृणाल मीना ने बताया कि नगर निगम द्वारा अप्रेल महीने में अब तक सात मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया है। उनमें 2 मृतक रीवा जिले के, एक मृतक सोनभद्र उत्तरप्रदेश तथा 4 मृतक सतना जिले के निवासी थे। मुक्तिधाम और कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार की व्यवस्था की गई है।


पूर्व विधायक ने पूछी वस्तुस्थिति
मेडिकल कालेज के डीन से मिलने पूर्व विधायक सुखेन्द्र सिंह बन्ना पहुंचे। उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र के लोग शिकायतें कर रहे हैं कि उपचार की बेहतर व्यवस्था नहीं मिल रही है, इसलिए वस्तुस्थिति क्या है। उन्होंने यह भी कहा कि वार्डों में चिकित्सक जाएं और लोगों का हाल जानें। मरीजों को हताश करने के बजाए मनोबल बढ़ाया जाए। सभी मरीजों की जांच प्रापर तरीके से करने के बाद दवाएं की जाएं। इस सुझाव पर डीन ने कहा है कि मनोचिकित्सक मरीजों का मनोबल बढ़ाने के लिए वार्डों में जाएंगे। पूर्व विधायक के साथ कांग्रेस नेता विनोद शर्मा, मुस्तहाक खान सहित अन्य मौजूद रहे।
————-

दूसरे दिन सफाईकर्मी ने कोरोना संक्रमित का किया अंतिम संस्कार
हनुमना क्षेत्र के पांती मिसिरगवां गांव में 70 वर्षीय रामाश्रय शुक्ला की कोरोना संक्रमण से हुई मौत के बाद दो दिन तक अंतिम संस्कार को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही। मृतक के पुत्र अथवा परिवार के अन्य किसी सदस्य ने अंतिम संस्कार के लिए हामी नहीं भरी, अंतत: 19 घंटे बाद यज्ञलाल नामक सफाईकर्मी ने अंतिम संस्कार किया। बताया गया है कि कुछ दिन पहले ही मृतक की पत्नी रजवंती देवी दुर्ग से गांव आई थी। उनकी तबियत खराब थी और कोरोना के लक्षण थे। जांच नहीं कराई गई और उनकी मौत हो गई। इसके बाद रामाश्रय की तबियत बिगड़ी तो अस्पताल ले जाया गया, जहां पर पाजिटिव बताए गए। एक दिन पहले हुई मौत का अंतिम संस्कार करने के लिए परिवार के सदस्य जब आगे नहीं आए तो नगर परिषद दो कर्मचारी सलीम खान, अली खान तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सफाईकर्मी यज्ञलाल के साथ पहुंचकर तहसीलदार एवं नगर परिषद के अधिकारियों ने अंतिम संस्कार कराया।
——-
मरीज को रात में भर्ती नहीं करने का आरोप
संजयगांधी अस्पताल में सतना जिले के देवराज नगर से एक व्यक्ति को उपचार के लिए लाया गया था। बुखार के साथ ही कोरोना के लक्षण होने की वजह से उसे भर्ती नहीं किया गया, जिसके चलते रात भर वह अस्पताल के बाहर ही पड़ा रहा। मरीज धर्मेन्द्र गुप्ता के परिजनों का आरोप है कि संजयगांधी अस्पताल के चिकित्सकों ने पहले कोरोना की रिपोर्ट प्रस्तुत करने का हवाला देकर भर्ती करने से इंकार कर दिया। वार्ड तक ले जाने के बाद फिर वापस लौटा दिया। अस्पताल परिसर में ही रात्रि बिताने के बाद मरीज को लेकर परिजन रामनगर गए, जहां पर भर्ती कराया गया है। वहीं अस्पताल के चिकित्सकों ने इस तरह के आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो