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भ्रष्टाचार : कृष्णा-राजकपूर आडिटोरियम में हुए कार्यक्रमों की राशि हजम कर गए अफसर, पार्षदों ने लगाए ये गंभीर आरोप

locationरीवाPublished: Oct 23, 2018 12:25:46 pm

Submitted by:

Mrigendra Singh

 
– कांग्रेस पार्षद दल ने निगम के अधिकारियों के विरुद्ध की शिकायत- अधिकारियों पर 16 लाख रुपए की अनियमितता का लगाया आरोप

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Rewa ; corruption in madhya-pradesh

रीवा. शहर का कृष्णा राजकपूर आडिटोरियम एक बार फिर विवादों में घिरा है। इसका निर्माण पूरा होने और आउटसोर्सिंग की व्यवस्था के तहत समदडिय़ा बिल्डर्स को सौंपे जाने के बीच अवधि में करीब 25 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों की राशि निगम के खाते में नहीं जमा कराई गई। जिसके चलते लाखों की अनियमितता का आरोप लगाया गया है।
नगर निगम के कांग्रेस पार्षद दल ने लोकायुक्त कार्यालय पहुंचकर एसपी से शिकायत की है। ज्ञापन में कहा गया है कि 6 अगस्त 2018 को आडिटोरियम का निर्माण पूरा होने के बाद हाउसिंग बोर्ड ने नगर निगम को हस्तांतरित कर दिया। इसके बाद 19 सितंबर 2018 को मेसर्स समदडिय़ा बिल्डर्स को दस वर्षों के लिए रखरखाव का ठेका दे दिया गया। इस अवधि में 43 दिन के अंतराल में 25 कार्यक्रम आडिटोरियम में आयोजित किए गए।
ठेका अनुबंध के नियमों का पालन नहीं
ठेका अनुबंध की शर्तों के तहत हर एक कार्यक्रम का किराया 65 हजार रुपए निर्धारित किया गया है। इस वजह से जितने कार्यक्रम आयोजित किए गए उन सबका किराया 16.25 लाख रुपए होता है। आरोप है कि यह राशि निगम के खाते में जमा नहीं की गई, अधिकारियों ने मनमर्जी रूप से इसका उपयोग कर लिया है। विपक्ष के नेता अजय मिश्रा ने आरोप लगाया कि नगर निगम के आयुक्त आरपी सिंह एवं कार्यपालन यंत्री शैलेन्द्र शुक्ला ने आडिटोरियम का ठेका अनुबंधित किया है। इनकी देखरेख में ही पूरी व्यवस्था चल रही है, इस कारण 16.25 लाख रुपए का जो नुकसान निगम को हुआ है, उक्त दोनों अधिकारियों से वसूला जाए और उनके विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया जाए।
प्रस्ताव की प्रति भी शिकायत में सौंपी
शिकायत के साथ मेयर इन काउंसिल का प्रस्ताव, 11 सितंबर को निगम परिषद का प्रस्ताव, हाउसिंब बोर्ड और नगर निगम के बीच हुए अनुबंध की प्रति, नगर निगम और समदडिय़ा बिल्डर्स के बीच हुए अनुबंध सहित करीब दर्जन भर से अधिक कार्यक्रमों के आमंत्रण पत्र और फोटोग्राफ्स भी सौंपे गए हैं। इस दौरान पार्षद सज्जन पटेल, रामप्रकाश तिवारी, अशोक पटेल, अकरम अंसारी, आरती बक्सरिया, धनेन्द्र सिंह के साथ ही शहर कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष लखनलाल खंडेलवाल आदि मौजूद रहे।
नि:शुल्क देने का प्रावधान नहीं तो राशि कहां गई
कांग्रेस पार्षदों ने शिकायत में सवाल उठाया है कि नगर निगम पद्मधर पार्क, गंगा वाटिका, रानीतालाब आदि में कार्यक्रम आयोजित करने के लिए राशि वसूलने का प्रावधान बना रखा है। ऐसे में आडिटोरियम को नि:शुल्क देने का प्रावधान नहीं है। ४३ दिनों की अवधि में आयोजित किए गए कार्यक्रमों की राशि कहां जमा की गई है, इस पर कार्रवाई होना चाहिए।

पार्षदों की ओर से आडिटोरियम के किराए को लेकर शिकायत दर्ज की गई है। उसका अध्ययन करने के बाद आगे की आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
संजीव सिन्हा, एसपी लोकायुक्त

हमने निगम के आयुक्त और कार्यपालन यंत्री पर सीधा आरोप लगाया है कि जब २५ से अधिक कार्यक्रम हुए तो उनके किराए की राशि कहां गई। इस अवधि में साढ़े पांच लाख रुपए बिजली बिल के साथ सफाई की व्यवस्था भी निगम के खर्च से हुई। ऐसे में अधिकारी पूरी तरह से दोषी हैं इनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज होना चाहिए।
अजय मिश्रा बाबा, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम रीवा

कांग्रेस के पार्षदों की ओर से लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं, आडिटोरियम का अनुबंध या फिर रखरखाव के लिए दिए गए ठेके में नियमों का पूरा पालन किया गया है। किसी भी तरह की अनियमितता नहीं है। पहले इस तरह के वह आरोप लगाते रहे हैं।
आरपी सिंह, आयुक्त नगर निगम रीवा

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