लोकसभा निर्वाचन 2019 में नि:शक्ततजनों की निर्वाचन प्रक्रिया में प्रभावी सहभागिता के लिए कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव को एक्सेसिबिलिटी ऑब्जर्वर नियुक्त किया गया था। उसी संदर्भ में पूरे देश से एक मात्र एक्सेसिबिलिटी ऑब्जर्वर के रूप में कमिश्नर को श्रेष्ठ निर्वाचन प्रक्रिया एवं नवाचार के लिए राष्ट्रीय अवार्ड ‘बेस्ट इलेक्टोरल प्रेक्टिसेज’ के लिए चयनित किया गया था।
कमिश्नर कमिश्नर ने प्रजेंटेशन के दौरान कहा कि संभाग में एक्सेसिबिलिटी ऑब्जर्वर की हैसियत से दिव्यांग मतदाताओं तक पहुंच बनाकर उन्हें मतदान के लिए प्रेरित किया। इसके परिणाम स्वरूप रीवा संभाग के तीनों संसदीय क्षेत्र में जेन्डर गेप पांच प्रतिशत से घटकर लगभग शून्य हो गया और ओवर ऑल टर्नआउट रीवा में 12.17 प्रतिशत, सतना में 12.87 प्रतिशत और सीधी में 21.98 प्रतिशत बढ़ा।
कमिश्नर ने विद्यालयों में रैलियां, सभाएं, मोटरसाइकिल यात्रा, नुक्कड़, नाटक, नृत्य, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सुलभ आईडी कार्ड वितरण, प्रिन्ट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सिटी केबल, समाचार पत्रों, पम्पलेट्स और आकाशवाणी के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। मतदाताओं को बिना कतार में प्रतीक्षा किए सीधे मतदान की सुविधा प्रदान की गई। व्हील चेयर, तिपहिया साइकल, रैम्प आदि आश्वासित न्यूनतम सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा दिव्यांगों के मतदान की कठिनाइयों को दूर करने प्रचार-प्रसार के साथ इवीएम एवं वीवीपैट मशीनों का मतदान केन्द्रों, हॉट बाजारों में प्रदर्शन, आईटी संसाधनों का उपयोग किया गया। उन्होंने कहा कि हमारी पूरी टीम द्वारा लक्षित रणनीति के अंतर्गत दिव्यांग मतदाताओं से निरंतर सम्पर्क, जागरूकता सृजन, चुनावी पाठशालाएं, एनजीओ, दिव्यांग समन्वयकों आदि का सहयोग लेते हुए 24 घण्टे, सातों दिन, 360 डिग्री लक्षित रणनीति के तहत कार्य किया गया।