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भाजपा के तत्कालीन विधायक की ठेका कंपनी को लाभ पहुंचाने वाले कार्यपालन यंत्री पर एफआइआर

locationरीवाPublished: Oct 24, 2020 09:44:04 pm

Submitted by:

Mrigendra Singh

– लोक निर्माण विभाग की ओर से की गई शिकायत पर अमहिया थाने में मामला दर्ज-तीन वर्ष की जगह 8 महीने ही निर्धारित की थी परफार्मेंस गारंटी, रीवा-सेमरिया मार्ग का मामला

रीवा। निर्माण को लेकर चर्चा में रहे रीवा-सेमरिया मार्ग में एक और घपला सामने आया है। जिसमें लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री ने तत्कालीन भाजपा विधायक की ठेका कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिए निर्माण की शर्तों में परिवर्तन कर दिया था। अब विभाग ने तत्कालीन कार्यपालन यंत्री के विरुद्ध धोखाधड़ी किए जाने का मामला दर्ज कराया है। रीवा-सेमरिया मार्ग में हुई इस अनियमितता की पहले विभाग ने जांच कराई और इसके बाद अमहिया पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है।
बताया गया है कि रीवा से सेमरिया पहुंच मार्ग(वाया बनकुइयां)दूरी 33.6 किलोमीटर के निर्माण का ठेका 8 अप्रैल 2009 को मेसर्स अभय मिश्रा कांस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया था। जिसमें 3 वर्ष के लिए बैंक गारंटी की राशि 44 लाख रुपए कांस्ट्रक्शन कंपनी को जमा करना था। लेकिन तत्कालीन कार्यपालन यंत्री आइए शेख ने ठेका कंपनी से 8 माह 5 दिवस के बैंक परफॉर्मेंस गारंटी राशि स्वीकार की और उसके आधार पर ठेका जारी कर दिया गया, जिससे शासन को राजस्व की क्षति हुई है। कांस्ट्रक्शन कंपनी को यह राशि 28 अक्टूबर 2010 को वापस भी कर दी गई। उक्त सड़क निर्माण पूर्ण होने के बाद उसकी मरम्मत व रखरखाव में शासन के 19.50 लाख रुपए खर्च हुए थे, विभाग ने माना कि यह सीधे तौर पर तत्कालीन कार्यपालन यंत्री की मनमानी और मिलीभगत की वजह से आर्थिक घाटा पहुंचा है। हालांकि थाने में दर्ज शिकायत में विभाग के वर्तमान कार्यपालन यंत्री ने कहा है कि उक्त राशि की वसूली ठेका कंपनी से की जा चुकी है।
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– इनके बयानों के बाद दर्ज हुआ है मामला

पूरा फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद लोक निर्माण विभाग ने इसकी जांच करवाई थी और बाद में शिकायत अमहिया थाने में दर्ज कराई गई। पुलिस द्वारा इस मामले में विभाग के आवेदक कार्यपालन यंत्री नरेन्द्र शर्मा, पूर्व कार्यपालन यंत्री सुरेश कुमार दुबे, संभागीय लेखा अधिकारी अजीत तिवारी, वरिष्ठ लेखा लिपिक रामसुशील पाण्डेय एवं तत्कालीन कार्यपालन यंत्री आइए शेख के बयान दर्ज किए और उन सब से दस्तावेज भी उसके पक्ष में हासिल किया। इसके बाद जांच में नियम विरुद्ध तरीके से निविदा जारी करने पर तत्कालीन कार्यपालन यंत्री आइए शेख के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस फिलहाल पूरे मामले की जांच कर रही है।
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निर्माण कार्य के दौरान हुआ था राजनीतिक बवाल
रीवा से बनकुइयां होते हुए सेमरिया तक सड़क का निर्माण पहले से ही काफी विवादित रहा है। इसको लेकर राजनीतिक रूप से बड़ा बवाल मचा था। तत्कालीन विधायक अभय मिश्रा के परिवार की ठेका कंपनी को इसका कार्य मिला था। उनके आंतरिक विरोध की वजह से भाजपा के कई नेताओं ने इस सड़क की जांच की मांग की थी। यहां तक की सांसद जनार्दन मिश्रा ने सड़क निर्माण को लेकर धरना भी दिया था। बाद में अभय की पत्नी नीलम विधायक चुनी गईं और लगातार टारगेट किए जाने की वजह से सीएम और पार्टी अध्यक्ष से स्थानीय भाजपा नेताओं की शिकायत भी थी। सिविल लाइन थाने में उन्होंने सांसद के खिलाफ भी आवेदन दिया था। अब अभय कांग्रेस पार्टी में शामिल हो चुके हैं।
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रीवा-सेमरिया मार्ग के निर्माण कार्य के लिए जारी निविदा में नियमों की अनदेखी की गई थी जिसे शासन को नुकसान हुआ है। शिकायत मिलने पर तत्कालीन कार्यपालन यंत्री के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पूरे मामले की जांच कर पुलिस तथ्यों को जुटा रही है।
– शिवा अग्रवाल, थाना प्रभारी अमहिया Rewa
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