टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुये अंकुर एकेडमी की टीम के पहले 3 विकेट 73 रनों पर गिर गये। ऐसी परिस्थिति में अंकुर एकेडमी के अनुभवी खिलाड़ी जितेंद्र गुप्ता ने बल्लेबाजी की कमान को अपने हाथों में लिया तथा सौरव शुुक्ला के साथ चौथे विकेट के लिये 71 रनों की साझेदारी कर अपनी टीम को संकट से निकाला पर जितेंद्र गुप्ता के 56 रनों पर आउट होते ही अंकुर एकेडमी के शेष 6 विकेट मात्र 27 रनों के अंदर गिर गये व पूरी टीम 190 के स्कोर पर सिमट गयी। सौरव शुक्ला ने 33 रन, शुभम वेद मिश्रा ने नाबाद 31 रन बनाये। सिंगरौली की ओर से बामहस्त स्पिनर प्रियंक तिवारी ने 3 विकेट लिये जबकि रितेश चतुरविदानी, अभिजीत द्विवेदी एवं आकाश पटेल ने 2-2 विकेट लिये ।
जीत के लिये मिले 191 रनों के लक्ष्य के सामने डीसीए सिंगरौली की शुरूआत बड़ी ही निराशाजनक रही व उनके 5 विकेट 58 रनों के स्कोर पर ही गिर गये। ऐसी स्थिति मे सिंगरौली के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी रितेश चतुरविदानी ने मोर्चा सॅभाला व इंद्रजीत सिंह के साथ 6 वे विकेट के लिये 55 रन जोड़कर टीम के स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। लेकिन रितेश के 33 रनो के निजी स्कोर पर आउट होते ही सिंगरौली की टीम के विकेट गिरने लगे व 23वें ओवर में उनकी पूरी टीम 148 रन बनाकर आउट हो गयी।
इंद्रजीत सिंह ने 34 रन बनाये। अंकुर एकेडमी की ओर से शिवम द्विवेदी एवं नीलेश पाण्डेय ने जोरदार गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुये 3-3 विकेट झटके जबकि सौरभ मिश्रा एवं जितेंद्र गुप्ता ने 2-2 विकेट लिये। मैच में धीरेंद्र सिंह चौहान एवं धीरेंंद्र शुक्ला अंपायर थे जबकि पवन तिवारी द्वारा स्कोरर का दायित्व निभाया गया। मैच के दौरान महाराजा पब्लिक स्कूल के चेयरमैन देवेंद्र सिंह, रणजी खिलाड़ी आनंद सिंह , कमलेश शुक्ला आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे। सेमीफाइनल बाद में खेला जाएगा।