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सोलर पॉवर प्लांट में भरा पानी, बिजली उत्पादन हुआ ठप, दिल्ली तक मचा हड़कंप

तेज बारिश से सोलर पॉवर प्लांट में भरा पानी, भारी नुकसान की आशंका- तीनों इकाइयों के उत्पादन पर पड़ा असर, व्यवस्थाएं हुईं चौपट

रीवाJul 09, 2019 / 11:56 am

Mrigendra Singh

Rewa Solar power plant filled with water, electricity produced stalled


रीवा। अल्ट्रा मेगा सोलर पॉवर प्लांट में एक बार फिर बारिश के चलते पानी भर गया है। इससे बड़े नुकसान की आशंका जताई जा रही है। इसके पहले भी प्लांट में बारिश के चलते करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ था। उसका अभी मूल्यांकन चल रही रहा है कि एक बार फिर बदवार क्षेत्र में तेज बारिश हुई और देखते ही देखते सोलर प्लांट का बड़ा क्षेत्र पानी में जलमग्र हो गया।
प्लांट में पानी भरने के चलते बिजली का उत्पादन भी रोक दिया गया, इससे परिसर में करंट फैलने की आशंका जताई जा रही थी। प्लांट से पानी निकलने के बाद ही बिजली का उत्पादन शुरू होगा। लगातार हो रही बारिश के चलते बिजली उत्पादन कंपनियों में हड़कंप मच गया है। दिल्ली एवं अन्य दूसरे शहरों से इंजीनियरों को बुलाया गया है ताकि बारिश के समय जो हिस्सा जलभराव से प्रभावित नहीं हो, वहां पर उत्पादन चलता रहे।
प्लांट परिसर से ही देउदह नदी निकलती है, पहाड़ क्षेत्र का पूरा पानी इसमें सिमटकर निकलता है। जिसकी वजह से कुछ समय के लिए काफी तेज गति से इसमें पानी आता है। यही वजह है कि लगातार सोलर पैनल, इनवर्टर, केबिल सहित अन्य उपकरण बह गए या फिर टूट गए हैं। तार फेसिंग को भी बड़ा नुकसान पहुंचा है।
– तीन किमी से अधिक सड़कें भी बह गई
प्लांट में तीनों इकाइयों ने अपने यहां आंतरिक सड़कें भी बनाई थी, ये कच्ची सड़कें ही थी, तेज बहाव के चलते सड़कें कट गई हैं। बताया जा रहा है कि तीनों इकाइयों में करीब तीन किलोमीटर से अधिक दूरी की सड़कें बह गई हैं। इनमें आवागमन भी बंद हो गया है, जिससे कंपनियों के इंजीनियर और अन्य कर्मचारी एक स्थान से दूसरे स्थान तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, इसलिए यह अनुमान नहीं लगाया जा सका है कि प्लांट में कितना नुकसान हुआ है।
कई दिनों तक प्रभावित रहेगा बिजली उत्पादन
जिस तरह से प्लांट में पानी भरा है, उससे कई दिनों तक बिजली उत्पादन प्रभावित रहेगा। पहले ही १५० मेगावॉट बिजली का उत्पादन ठप हो गया था लेकिन अब फिर से बारिश के कारण और नुकसान की आशंका है। सोमवार की सायं कंपनियों ने बिजली उत्पादन रोक दिया। बताया जा रहा है कि वल्र्ड बैंक के सहयोग से इकाइयां यह अल्ट्रा मेगावॉट सोलर पॉवर प्लांट संचालित हैं, इसलिए वहां की टीम निरीक्षण करेगी, इसके बाद ही यहां पर बिजली का उत्पादन प्रारंभ हो पाएगा। नुकसान कितने का हुआ अभी इसका आंकलन किया जा रहा है।
पहाड़ क्षेत्र में तेज बारिश कई दिनों से हो रही है। इससे प्लांट की दो इकाइयों को अधिक नुकसान पहुंचा है। कंपनियां आंकलन कर रही हैं, इसलिए जब तक रिपोर्ट नहीं आती कुछ कह पाना संभव नहीं है।
एसएस गौतम, कार्यपालन यंत्री सौर ऊर्जा
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