बताया जा रहा है रेलवे स्टेशन में अभी महिलाओं के लिए पृथक से वेटिंग हाल नहीं है। ऐसे में महिलाओं को खुले प्लेटफार्म में ट्रेनों का घंटों इंतजार करना पड़ता है। जन प्रतिनिधियों की मांग पर ३६ लाख रुपए की लागत से वेटिंग हॉल स्वीकृत किया गया था। लेकिन निर्माण प्रारंभ होने के बाद एक साल तक काम बंद रहा। जबकि इसी बजट में स्वीकृत व्हीआइपी वेटिंग हाल का निर्माण एक साल पहले पूरा हुआ था। निरीक्षण के दौरान डीआरएम ने इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों को हरहाल में दो माह के अंदर महिला वेटिंग हॉल का निर्माण पूरा करने का निर्देश दिया है।
वाशिंट पिट का निर्माण प्रांरभ–
इसके अतिरिक्त 26 कोच के वाशिंग पिट का काम भी प्रांरभ होगा। डीआरएम के निरीक्षण के दूसरे दिन 26 कोच के वशिंग पिट के लिए निर्माण प्रांरभ करने नई एजेंसी का वर्क आर्डर स्टेशन प्रबंधक को मिल गया है। इसका काम भी दो दिन दिनों में प्रांरभ हो जाएगा। इस वाशिंग पिट का निर्माण दो साल से बंद पड़ा हुआ था। इसका असर ट्रेनों के मेंटीनेंस पर हो रहा था।
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