एफसीआई की चार सदस्यीय जांच दल के आने से पहले नान के नियंत्रकों ने पीटीएस गोदाम समेत भेड़हरा, चोरहटा, नौबस्ता सहित अन्य गोदाम में जांच की गुणवत्ता परखने के दौरान अलग-अलग मिलों में लगभग 40 हजार क्विंटल चावल रिजेक्ट कर दिया है। भोपाल से रीवा में एफसीआई की जांच टीम एक सप्ताह तक गोदामों में चावल की गुणवत्ता खंगाली। टीम के लौटते ही नान के जिला प्रबंधक ने प्रारंभिक कार्रवाई में एक दर्जन मिल संचालकों को नोटिस जारी कर गोदाम में रिजेक्ट चावल को ठीक कराने के लिए एक सप्ताह का मौका दिया है। नान रेकार्ड के अनुसार पीटीएस गोदाम में 20 हजार क्विंटल से अधिक रिजेक्ट कर दिया गया था। इसके बाद भेड़हरा, चोरहटा समेत अन्य गोदाम को मिलाकर चालीस हजार क्विंटल से अधिक चावल रिजेक्ट किए जाने की सूचना है। रिजेक्ट चावल की गुणवत्ता को ठीक करने के लिए नान ने कार्रवाई प्रारंभ कर दिया है।
नान प्रबंधक के मुताबिक अंश इंडस्ट्री, शुक्ला एग्रोटेक, महावीर राइस, मारुती राइस मिल, ओंकार राइस, गौतम राइस मिल, श्रीराम, महाकाल, सेहगौरा एग्रो इंडस्ट्री, सुपर इंडस्ट्रीज, शिवम राइस मिल, बाके बिहार इंडस्ट्री, पनवार राइस मिल, देवम रासइ मिल, सत्यम राइस मिल सहित एक दर्जन से ज्यादा मिल संचालकों को चावल ठीक करने के लिए नोटिस जारी किया गया है।
नागरिक आपूर्ति निगम रेकार्ड के अनुसार जिले में अब तक लगभग 9 लाख क्विंटल से ज्यादा विभिन्न गोदाम में जमा किया गया है। नान प्रबंधक के मुताबिक बीते सीजन में 20 लाख क्विंटल से ज्यादा धान की तौल की गई। जिसमें अब तक 15 लाख क्विंटल मिलरो को अलाट कर दिया गया है। कुछ मिलरो ने चावल कम जमा किया गया है। चावल जमा करने के लिए भी नान ने मिल संचालकों को नोटिस जारी किया है।
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आरबी तिवारी, जिला प्रबंधक, नान