पीके स्कूल से समान तक बन रही सड़क
वर्तमान में पीके स्कूल के पास से समान तिराहा तक सड़क निर्माण कराया जा रहा है। एक तरफ की सड़क बनाई नहीं की गई और दूसरी ओर की सड़क को खोद दिया गया। दूसरी ओर से ट्राफिक पूरी तरह से बंद कर वन वे से दोनों ओर के वाहन गुजरते है। दिशाहीन निर्माण कार्य ने लोगों की मुश्किलों को बढ़ा दिया। दिन भर सड़क में जाम लगता है। एक बार जाम लगने पर लोगों को आधे से एक घंटे तक खड़े रहना पड़ता है। प्रमुख मार्ग होने के कारणा यातायात का दबाव काफी ज्यादा रहता है। हर मिनट हजारों वाहन इस मार्ग से गुजरते है। दोनों बस स्टैण्डों के बीच में काफी संख्या में बसें भी चलती है। पीके स्कूल से समान तिराहा तक पहुंचने पर लोगों को एक घंटे का समय लग जाता है।
वर्तमान में पीके स्कूल के पास से समान तिराहा तक सड़क निर्माण कराया जा रहा है। एक तरफ की सड़क बनाई नहीं की गई और दूसरी ओर की सड़क को खोद दिया गया। दूसरी ओर से ट्राफिक पूरी तरह से बंद कर वन वे से दोनों ओर के वाहन गुजरते है। दिशाहीन निर्माण कार्य ने लोगों की मुश्किलों को बढ़ा दिया। दिन भर सड़क में जाम लगता है। एक बार जाम लगने पर लोगों को आधे से एक घंटे तक खड़े रहना पड़ता है। प्रमुख मार्ग होने के कारणा यातायात का दबाव काफी ज्यादा रहता है। हर मिनट हजारों वाहन इस मार्ग से गुजरते है। दोनों बस स्टैण्डों के बीच में काफी संख्या में बसें भी चलती है। पीके स्कूल से समान तिराहा तक पहुंचने पर लोगों को एक घंटे का समय लग जाता है।
व्यवस्था सुधारने के लिए नहीं दिखते पुलिसकर्मी
हैरानी की बात तो यह है कि दिन भर लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए पुलिसकर्मी यदाकदा ही नजर आते है। पुलिसकर्मियों के जाते ही पुन: जाम लगने लगता है। सड़क निर्माण के नाम पर इच्छानुसार खुदाई कर ट्राफिक रोक दिया जाता है। वाहनों के आवाजाही के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था नहीं कराई गई है जिसका खामियाजा इस मार्ग से गुजरने वाले लोगों को करना पड़ता है।
हैरानी की बात तो यह है कि दिन भर लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए पुलिसकर्मी यदाकदा ही नजर आते है। पुलिसकर्मियों के जाते ही पुन: जाम लगने लगता है। सड़क निर्माण के नाम पर इच्छानुसार खुदाई कर ट्राफिक रोक दिया जाता है। वाहनों के आवाजाही के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था नहीं कराई गई है जिसका खामियाजा इस मार्ग से गुजरने वाले लोगों को करना पड़ता है।
सीवर लाइन ने बढ़ाई समस्या
इस मार्ग ने सीवर लाइन ने भी समस्या बढ़ा रखी है। दरअसल सड़क की खुदाई की वजह से सीवर लाइन के चेम्बर सड़क से तीन फिट ऊपर आ गए है और वाहनों को इनसे बचकर निकलना पड़ता है। यही कारण है कि बड़े वाहनों को निकलने के लिए सामने तरफ के वाहन के रुकने का इंतजार करना पड़ता है और फिर जाम लग जाता है।
इस मार्ग ने सीवर लाइन ने भी समस्या बढ़ा रखी है। दरअसल सड़क की खुदाई की वजह से सीवर लाइन के चेम्बर सड़क से तीन फिट ऊपर आ गए है और वाहनों को इनसे बचकर निकलना पड़ता है। यही कारण है कि बड़े वाहनों को निकलने के लिए सामने तरफ के वाहन के रुकने का इंतजार करना पड़ता है और फिर जाम लग जाता है।
दिन भर धूल फांक रहे लोग
इस मार्ग में दिन भर लोग धूल फांग रहे है। जिस ओर से वाहन गुजरते है वह सड़क खुदी हुई है और दिन भर सड़क में धूल का गुबार उड़ता है। लोगों की दुकानों व घरों में धूल ही धूल रहती है। सर्वाधिक समस्या रात के समय होती है जब खाली सड़क पाकर वाहन तेजी से निकलते है और अपने पीछे धूल का गुबार छोड़ जाते है। सुबह लोगों को धूल साफ करने में घंटो जूझना पड़ता है।
इस मार्ग में दिन भर लोग धूल फांग रहे है। जिस ओर से वाहन गुजरते है वह सड़क खुदी हुई है और दिन भर सड़क में धूल का गुबार उड़ता है। लोगों की दुकानों व घरों में धूल ही धूल रहती है। सर्वाधिक समस्या रात के समय होती है जब खाली सड़क पाकर वाहन तेजी से निकलते है और अपने पीछे धूल का गुबार छोड़ जाते है। सुबह लोगों को धूल साफ करने में घंटो जूझना पड़ता है।