सतना जिले के बेला में यूपी का एक प्रवासी श्रमिक सडक़ दुर्घटना का शिकार हुआ था जिसकी अस्पताल में मौत हो गई। डाक्टरों ने उसकी कोरोना की जांच कराई थी जो कोरोना संक्रमित निकला था। 2 दिन पूर्व रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। शव का गुरुवार की सुबह कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी। प्रशासन जेसीबी मशीन लेकर पहुंचा और शव को दफनाने के लिए गड्ढा खुदवा रहा था लेकिन तभी स्थानीय लोग एकत्र हो गए और इसका विरोध करने लगे।
उनका आरोप था कि प्रशासन ने उनको झूठ बोला है और एक्सीडेंट में मृत व्यक्ति के मौत की जानकारी देकर संक्रमित मरीज को यहां दफनाने का प्रयास कर रहे हैं। विवाद की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। इस दौरान पुलिस ने लोगों को समझाईश देकर शांत करवाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने। कब्रिस्तान में करीब चार अलग-अलग स्थानों गड्ढा खुदवाया गया लेकिन लोगों ने कहीं भी उसे दफनाने नहीं दिया।
कुठुलिया में किया गया अंतिम संस्कार
कब्रिस्तान में संक्रमित व्यक्ति का अंतिम संस्कार करवाने के लिए लोग किसी कीमत पर तैयार नहीं थे। बाद में पुलिस शव को लेकर बिछिया थाने की कुठुलिया लाया गया। यहां पर गड्ढा खुदवाकर शव को दफन कराया गया है। इस दौरान कुठुलिया में भी पुलिस बल तैनात रहा। हालांकि जिस स्थान पर शव को दफन कराया गया है वह काफी एकांत स्थान पर था।
——————–
कोरोना संक्रमित मरीज का कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार होना था। कब्रिस्तान में कुछ लोग इसका विरोध कर रहे थे। समझाईश देकर मामला शांत कराया गया है। शव का दूसरी जगह कुठुलिया में अंतिम संस्कार कराया गया है।
शिवेन्द्र सिंह, सीएसपी रीवा
कब्रिस्तान में संक्रमित व्यक्ति का अंतिम संस्कार करवाने के लिए लोग किसी कीमत पर तैयार नहीं थे। बाद में पुलिस शव को लेकर बिछिया थाने की कुठुलिया लाया गया। यहां पर गड्ढा खुदवाकर शव को दफन कराया गया है। इस दौरान कुठुलिया में भी पुलिस बल तैनात रहा। हालांकि जिस स्थान पर शव को दफन कराया गया है वह काफी एकांत स्थान पर था।
——————–
कोरोना संक्रमित मरीज का कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार होना था। कब्रिस्तान में कुछ लोग इसका विरोध कर रहे थे। समझाईश देकर मामला शांत कराया गया है। शव का दूसरी जगह कुठुलिया में अंतिम संस्कार कराया गया है।
शिवेन्द्र सिंह, सीएसपी रीवा