जिला शिक्षा परियोजना कार्यालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक जिले के नौ ब्लॉकों में से रीवा की स्थिति अन्य ब्लॉकों की अपेक्षा एकदम उलट है। रीवा ब्लॉक का कुछ हिस्सा शहरी क्षेत्र में आता है। इस ब्लॉक में अभी तक स्कूलों में जो प्रवेश हुए हैं उसमें निजी स्कूलों में बच्चों की संख्या काफी ज्यादा है। जबकि शासकीय स्कूलों में अपेक्षाकृत कम बच्चों ने प्रवेश लिया है। अन्य कक्षाओं के साथ ही कक्षा एक एवं कक्षा छह में निजी एवं शासकीय स्कूलों में हुए प्रवेश की संख्या में काफी अंतर है। कक्षा एक में निजी स्कूलों में 448 बच्चों ने प्रवेश लिया है। जबकि शासकीय स्कूलों में महज 263 बच्चों नें प्रवेश लिया। इसी प्रकार कक्षा 6वीं में प्राइवेट स्कूलों में 3703 छात्र – छात्राओं ने प्रवेश लिया जबकि शासकीय स्कूलों में महज 1207 छात्र – छात्राओं ने प्रवेश लिया।
निजी स्कूलों में 9 हजार ज्यादा बच्चों ने लिया प्रवेश
रीवा ब्लॉक में पहली से ऑठवीं कक्षा तक कुल 42300 छात्र – छात्राओं ने अभी तक प्रवेश लिया है। जिसमें से 25451 छात्र – छात्राओं ने निजी स्कूलों में प्रवेश लिया है। जबकि शासकीय स्कूलों में महज 16849 छात्र – छात्राओं ने प्रवेश लिया। हैरत की बात यह है कि शिक्षा विभाग भी यह मानकर चलता है कि शहर में शासकीय स्कूलों में कम बच्चे प्रवेश लेंगे। तभी तो रीवा ब्लॉक का प्रवेश का जो लक्ष्य निर्धारित किया है वह निजी स्कूलों के लिए ज्यादा एवं शासकीय स्कूलों के लिए कम है। रीवा ब्लॉक में निजी स्कूलों के लिए 59714 प्रवेश का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जबकि शासकीय स्कूलों के लिए महज 26329 लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
अन्य ब्लॉकों की स्थिति उलट
रीवा ब्लॉक के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के ब्लॉकों की स्थिति अलग है। गंगेव, हनुमना, जवा, मऊगंज, नईगढ़ी, रायपुर, सिरमौर, त्योंथर में स्थिति भिन्न है। यहां शासकीय स्कूलों में ज्यादा प्रवेश हुए हैं एवं निजी स्कूलों में अपेक्षाकृत कम। यहां प्रवेश का लक्ष्य भी निजी स्कूलों की अपेक्षा शासकीय स्कूलों का ज्यादा निर्धारित किया गया है।
फैक्ट फाइल
रीवा ब्लॉक में प्रवेश लेने वाले छात्र – छात्राओं की संख्या
कक्षा – प्राइवेट स्कूल – शासकीय स्कूल
एक – ४४८ – २६३
दो – ३२२१ – १९००
तीन – ३६९४ – २४४१
चार – ३४४४ – २४७५
पांच – ३६७० – २१४१
छह – ३७०३ – १२०७
सात – ३५६३ – २९४३
आठ – ३७०८ – ३४७९