लेकिन समूह द्वारा मध्यान्ह भोजन बनाया ही नहीं जा रहा है। ग्रामीण बताते है कि जब से शिक्षण सत्र प्रारंभ हुआ तब से आज दिनांक तक बच्चों को विद्यालय में भोजन नसीब नहीं हुआ और बच्चे भोजन की आस में खाली थाली लिए नजर आते हैं। प्रधानाध्यापक रवि शरण द्विवेदी द्वारा बताया गया कि इसकी शिकायत बीएआरएसी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहित अनुविभागीय अधिकारी से की गई किन्तु समूह संचालक के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नहीं की गई।
बीएआरएसी को कई बार मौखिक एवं लिखित सूचना भी दी गई किन्तु बीएआरएसी भी विद्यालय में आकर बच्चों की मध्यान्ह भोजन संबंधित समस्या का निराकरण नहीं किया। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बच्चे खीर-पूड़ी का इंतजार करते रहे।
प्रधानाध्यापक को मिली धमकी
प्रधानाध्यापक रविशरण द्विवेदी के अनुसार पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्वसहायता समूह सेमरिया द्वारा संचालित किया जा रहा है। इनके द्वारा 4 विद्यालयों में भोजन परोसा जाता है। लेकिन प्रधानाध्यापक ने जब मध्यान्ह भोजन नहीं बनाने की शिकायत वरिष्ठ कार्यालय में दी तो समूह संचालक के पति द्वारा उनको धमकी मिली है। अभिवावकों ने उक्त समूह को हटाने की मांग कलेक्टर से की है।
प्रधानाध्यापक रविशरण द्विवेदी के अनुसार पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्वसहायता समूह सेमरिया द्वारा संचालित किया जा रहा है। इनके द्वारा 4 विद्यालयों में भोजन परोसा जाता है। लेकिन प्रधानाध्यापक ने जब मध्यान्ह भोजन नहीं बनाने की शिकायत वरिष्ठ कार्यालय में दी तो समूह संचालक के पति द्वारा उनको धमकी मिली है। अभिवावकों ने उक्त समूह को हटाने की मांग कलेक्टर से की है।