बीएमओ की नियुक्ति की मांग:
नगर के लोगों के साथ ही मरीजों एवं उनके परिजनों की मांग है कि मऊगंज अस्पताल में तत्काल बीएमओ की नियुक्ति की जानी चाहिए। क्योंकि बीएमओ गहरवर की निलंबन के बाद अस्पताल में मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। जिससे वे परेशान होते हैं। बताया गया है कि अस्पताल में पदस्थ चिकित्सक एवं नर्सें मनमानी रूप से कार्य कर रहे हैं। जिससे मरीजों और उनके परिजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पीएम के लिए करना पड़ता है घंटों इंतजार
नगर के लोगों के साथ ही मरीजों एवं उनके परिजनों की मांग है कि मऊगंज अस्पताल में तत्काल बीएमओ की नियुक्ति की जानी चाहिए। क्योंकि बीएमओ गहरवर की निलंबन के बाद अस्पताल में मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। जिससे वे परेशान होते हैं। बताया गया है कि अस्पताल में पदस्थ चिकित्सक एवं नर्सें मनमानी रूप से कार्य कर रहे हैं। जिससे मरीजों और उनके परिजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पीएम के लिए करना पड़ता है घंटों इंतजार
बताया गया है कि हादसों में हुई मौतों के बाद पीएम के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। कई बार तो पूरा दिन शव अस्पताल परिसर में रखा रहता है और चिकित्सक नहीं आते। वार्ड क्रमांक -१० के पार्षद वारिस खान ने बताया कि यहां पर बीएमओ के निलंबन के बाद चिकित्सकों की मनमानी चल रही है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को ढनगन गांव की बालिका राखी पटेल ेएवं घुरेहटा गावं के गुड्डू पटेल का शव दिनभर पीएम के लिए रखा रहा। जब इस संबंध में बड़े अधिकारियों से बात की गई तब कहीं जाकर उनका पीएम हो पाया।