गौरतलब है कि कलेक्टे्रट के सामने निर्धारित धरना स्थल पर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी एवं संविदा सहकारी समिति कर्मचारी पहले से धरना में बैठे हुए थे। ऐसे में अन्य आंदोलनकारियों के लिए स्थान नहीं बचा है। जब वहां दलित महासभा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के धरने की खबर मिली तो प्रशासन हिला गया। आनन-फानन में प्रशासन ने कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर धारा १४४ प्रभावशील कर पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया। यहां तक कि आम व्यक्तियों का प्रवेश भी उक्त गेट से बंद कर दिया गया।
छह तहसीलों से पहुंचे दलित महासभा के कार्यकर्ता
प्रशासन द्वारा बार-बार ठगे जाने के बाद दलित महासभा के कार्यकर्ता भड़क गए हैं। दलित महासभा एवं बिरसा मुंडा भूमि अधिकार मंच के सिरमौर, गुढ़, रायपुर कर्चुलियान, त्योंथर, हुजूर से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता गुरूवार को कलेक्ट्रेट पहुंंच गए। आवासीय पट्टे की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए हैं। इससे पहले भी इन्होंने धरना दिया था लेकिन आश्वासन देने के बाद प्रशासन ने उनकी मांग पूरी नहीं की है।
बोले अब पट्टे लेकर ही जाएंगे
राष्ट्रीय दलित महासभा के बड़ी संख्या में धरने पर बैठे सदस्यों एवं महिलाओं ने इस बार प्रशासन को स्पष्ट कर दिया है कि वे जमीनों में पट़्टे लेने के बाद ही यहां से हटेंगे। सैकड़ों की तादात में महिलाएं हाथ में लाठी लेकर धरने पर बैठी हुई हैं।
प्रशासन द्वारा बार-बार ठगे जाने के बाद दलित महासभा के कार्यकर्ता भड़क गए हैं। दलित महासभा एवं बिरसा मुंडा भूमि अधिकार मंच के सिरमौर, गुढ़, रायपुर कर्चुलियान, त्योंथर, हुजूर से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता गुरूवार को कलेक्ट्रेट पहुंंच गए। आवासीय पट्टे की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए हैं। इससे पहले भी इन्होंने धरना दिया था लेकिन आश्वासन देने के बाद प्रशासन ने उनकी मांग पूरी नहीं की है।
बोले अब पट्टे लेकर ही जाएंगे
राष्ट्रीय दलित महासभा के बड़ी संख्या में धरने पर बैठे सदस्यों एवं महिलाओं ने इस बार प्रशासन को स्पष्ट कर दिया है कि वे जमीनों में पट़्टे लेने के बाद ही यहां से हटेंगे। सैकड़ों की तादात में महिलाएं हाथ में लाठी लेकर धरने पर बैठी हुई हैं।
नियमिती करण की मांग
नियमितिकरण की मांग को लेकर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी व अधिकारियों ने महिला दिवस में जमकर सरकार के विरोध में नारा लगाया। इसके बाद कलेक्टर ने इनका ज्ञापन लिया और आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर कार्रवाई होगी। ज्ञापन देने के बाद शाम ४ बजे स्वास्थ्य कर्मचारियों ने धरना समाप्त किया।
नियमितिकरण की मांग को लेकर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी व अधिकारियों ने महिला दिवस में जमकर सरकार के विरोध में नारा लगाया। इसके बाद कलेक्टर ने इनका ज्ञापन लिया और आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर कार्रवाई होगी। ज्ञापन देने के बाद शाम ४ बजे स्वास्थ्य कर्मचारियों ने धरना समाप्त किया।