सिरमौर थाने के टीएचपी में रविवार की सुबह क्षतविक्षत अवस्था में शव देखा गया था। नगर पंचायत के कर्मचारियों के साथ पुलिस मौके पर पहुंची और घंटो की मशक्कत के बाद युवक को बाहर निकलवाया गया जिसकी पहचान सिविल लइन थाने के कबाड़ी मोहल्ला निवासी दस्सू गुजराती के रूप में हुई। पुलिस की सूचना पर परिजन भी मौके पर पहुंच गए जिन्होंने कपड़ों के आधार पर उसकी पहचान की। शव लेकर सांयकाल वापस आए परिजनों ने जयस्तंभ चौक में जाम लगा दिया जिससे आवागमन बाधित हो गया। सूचना मिलते ही नगर पुलिस अधीक्षक सचिच्तानंद प्रसाद, एसडीएम शैलेन्द्र सिंह सहित शहर के सभी थानों का बल मौके पर पहुंच गया।
इस दौरान परिजनों को समझाईश देकर शांत करवाने का प्रयास किया लेकिन वे पुलिस पर आरोप लगाते हुए हंगामा कर रहे थे। इस दौरान किसी ने भीड़ से सिविल लाइन थाने के वाहन पर पत्थर मार दिया जिस पर तत्काल पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया। परिजन पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगा रहे थे जिसकी जांच कर रहे थे। सांयकाल एसडीएम ने परिवार को चार लाख रुपए का मुआवजा, पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच का आश्वासन दिया जिसके बाद परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए।
युवक के खिलाफ सिविल लाइन थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज था जिसको पकडऩे के लिए पुलिस ने देा जुलई को बीहर नदी के किनारे दबिश दी थी। पुलिस को आता देखकर आरोपी ने बचने के लिए तत्काल बीहर नदी में पहुंचकर छलांग लगा दी जिस पर पुलिस बैरंग लौट आई। उसके बाद से युवक लापता हो गया जिससे परिजनों का भी संपर्क नहीं हो पा रहा था। परिजनों ने कुछ दिन उसे ढूंडने का प्रयास किया लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली जिस पर सिविल लाइन थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। आशंका जताई जा रही है कि नदी में कूद कर भागने के प्रयास में युवक इस हादसे का शिकार हुआ था। पुलिस फिलहाल मर्ग कायम कर घटना की जांच की जा रही है।