कोरोना की तीसरी लहर से निपटने महिलाओं के लिए अस्पताल में अलग से बनाए जाएंगे कोविद वार्ड
रीवाPublished: Jun 10, 2021 09:18:35 am
एसजीमएच के अधीक्षक ने विभागाध्यक्षों से चर्चा कर मेडिकल कालेज के डीन को सौंपा प्रस्ताव
152 beds vacant in district hospital, 28 positive patients admitted
रीवा. कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं। शिशु एवं बाल्य रोग विभाग में बच्चों के लिए 30 बेड का इमर्जेंसी वार्ड तैयार कर लिया गया है। अब गायनी में भर्ती होने वाली महिलाओं के लिए जीएमएच में अलग से कोविड वार्ड बनाए जाने की तैयारियां प्रारंभ कर दी गई हैं। इसको लेकर एसजीएमएच के अधीक्षक डॉ शशिधर गर्ग ने विभागाध्यक्षों के साथ मंथन कर ब्लू प्रिंट तैयार किया है। अधीक्षक ने नई व्यवस्था का प्रस्ताव मेडिकल कालेज के डीन डॉ. मनोज इंदुलकर को सौंपा है।
इमर्जेंसी में सामान्य मरीजों को नहीं मिल रहा इलाज
विंध्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल संजय गांधी अस्पताल में बीते दो साल से कोविड वार्ड बनाए जाने से सामान्य मरीजों की मुश्किल बढ़ जाती हैं। अप्रैल, मई में रीवा संभाग के सतना, सीधी सिंगरौली जिले को मिलाकर मरीजों की संख्या बढऩे के कारण संजय गांधी अस्पताल में सर्जरी, मेडिसिन, कैजुलवटी, कैंसर, टीबी वार्ड को जीएमएच व सुपर स्पेशलिटी में शिफ्ट कर दिया गया था। जिसमें जीएमएच के गायनी वार्ड में गर्भवती महिलाओं को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा।
गायनी वार्ड में महिलाओं के लिए बनेगा वार्ड
कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं। अस्पताल प्रबंधन ने नई व्यवस्था में बच्चों के लिए कोरोना पीडि़तों के विशेष कोविड वार्ड की तरह गायनी में पहुंचने वाली महिलाओं के लिए भी अलग से विशेष कोविड वार्ड बनाए जाने का प्रस्ताव तैयार किया है। अधीक्षक की ओर से मेडिकल कालेज के डीन को दिए गए प्रस्ताव के अनुसार गायनी विभाग में दो महिलाओं के लिए कोविड के दो वार्ड बनाए जाएंगे। जिसमें एक वार्ड में संदिग्धों को रखा जाएगा। इसके अलावा दूसरी वार्ड में पॉजिटिव आने वाली महिलाओं को रखा जाएगा। इसके लिए जल्द ही वार्ड में व्वस्थाएं चालू की जाएंगी।
वर्जन…
—जीएमएच के गायनी वार्ड में मरीजों के संक्रमित मिलने पर उसी भवन में अलग से कोविड वार्ड बनाए जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। विभागाध्यक्षों से चर्चा के बाद योजना का प्रस्ताव मेडिकल कालेज के डीन के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। जल्द ही वार्ड बनाए जाने पर भी काम चालू होगा।
डॉ शशिधर गर्ग, अधीक्षक, एसजीएमएच