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स्वच्छता में सबसे तेज बढ़ते शहर की ये है हकीकत, लोगों का घर से निकलना हुआ मुश्किल, जानिए क्यों?

locationरीवाPublished: Mar 19, 2019 07:42:41 pm

Submitted by:

Balmukund Dwivedi

सीवरेज प्रोजेक्ट के लिए सड़कें खोदकर मिट्टी छोडऩे से आई समस्या

Sewer Pipeline

Sewer Pipeline

रीवा. स्वच्छता सर्वेक्षण में सबसे तेजी से स्वच्छता की ओर बढऩे वाले शहर का तमगा प्राप्त करने वाला शहर आज किस हाल में है, यह तस्वीरों में साफ दिखता है। इस खिताब को पाने के लिए शहरवासियों ने भी खूब सहयोग दिया था और पुरस्कृत होने के बाद खूब जश्र भी मनाया था, हो भी क्यूं न लोगों में उम्मीद जागी थी कि उनका भी शहर साफ होगा, जिससे बीमारियों घटेंगी आनेवाली पीढ़ी और बच्चों को साफ-सुथरा माहौल मिलेगा। लेनिक ऐसा नहीं पाया। स्थानीय प्रशान की लापरवाही कहें या जिम्मेदारों की लापरवाही शहरवासियों का सपना चूर-चूर कर दिया। अब तो हर साल ही सर्वेक्षण में पिछड़ता जा रहा है। मौजूदा हाल यह है कि कॉलोनियों में जरा सी बारिश में ही निकलना मुश्किल हो जाता है। नालियों बजबजा रही हैं।
सड़कें कीचड़ से सनी
बारिश के बाद शहर के कई हिस्सों में सड़कें कीचड़ से सनी हुई हैं, लोगों को निकलना मुश्किल हो रहा है। रविवार को अचानक मौसम में बदलाव हुआ और बारिश भी हुई। जिसके चलते शहर के कई हिस्सों में चल रहे सीवरेज प्रोजेक्ट के कार्य के दौरान निकाली गई मिट्टी कीचड़ में तब्दील हो गई। सड़कों पर कीचड़ ही कीचड़ सुबह से नजर आने लगा।
Sewer Pipeline make Trouble
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सीवर की पाइप लाइन बनी मुसीबत
यहां से निकलने वाले वाहनों के लिए समस्या उत्पन्न होने लगी। शहर के कई मोहल्लों में सड़कें खोदकर सीवर की पाइप लाइन बिछाई गई और उन सड़कों की मरम्मत नहीं की गई बल्कि मिट्टी का ढेर वहीं पर छोड़ दिया गया। पानी पडऩे के बाद यह मिट्टी कीचड़ बन गई। शहर के झिरिया में एक बार फिर सड़क कीचड़ से सराबोर हो गई। यहां से पैदल निकलना भी सुबह के समय मुश्किल हो रहा था। हालांकि मौसम खुला होने और धूप की वजह से कुछ घंटों के बाद सड़कें सामान्य हुई। बरा में कीचड़ के कारण दो वाहन आपस में ही टकरा गए। रतहरा मोहल्ले में भी कई स्थानों पर सड़कों पर पानी भरने के चलते कीचड़ हो गया और लोगों को कई घंटे तक घर से निकलना मुश्किल हो रहा था। कई घरों से स्कूली बच्चे सुबह निकले लेकिन फिसलकर उसी में गिर भी गए। इस समस्या पर निगम प्रशासन खामोश बना रहा। सूचनाओं के बावजूद निगम के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। सीवरेज के ठेकेदार केके स्पन की मनमानी इसके पहले भी होती रही है और लोगों ने विरोध भी जताया पर कोई कार्रवाईनहीं हुई। निगम के अधिकारियों पर भी आरोप लगते रहे कि वे ठेकेदार को मनमानी करने का संरक्षण दे रहे हैं। शहर के सब्जी मंडी में भी नालियां कई दिनों से साफ नहीं होने के कारण उसमें भरा मलबा फैलने लगा। जिसे सफाई कर्मचारियों से सुबह साफ किया तब जाकर वहां पर दुकानें लगाई गई।

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