अस्पताल में चार की संख्या में युवक आये थे जिन्होंने अस्पताल में हंगामा करना शुरू कर दिया। उन्होंने यहां मौजूद चिकित्सकों सहित स्टाफ के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सुशील कुमार शुक्ला ने जब उन्होंने युवकों को हंगामा करने से मना किया तो उन्होंने चिकित्सक से मारपीट शुरू कर दी। घटना से अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया।
युवकों ने अस्पताल में रखी कुर्सियां तोड़ दी और सामान बाहर फेंक दिया गया। काफी देर तक वे अस्पताल में हंगामा मचाते रहे। बाद में बड़े आराम से पूरी घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई जिसने घटनास्थल का निरीक्षण किया। शिकायत मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपियों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
बंद थे अस्पताल के सीसी टीवी कैमरे
इस घटना में अस्पताल की व्यवस्था की पोल भी खुल गई है। अस्पताल में लगे सीसी टीवी कैमरे खराब थे। कई महीनों से कैमरे बंद है जिनको विभाग ने सुधरवाने का प्रयास नहीं किया। यदि उक्त कैमरे चालू होते तो घटना में शामिल आरोपियों की पहचान करना पुलिस के लिए भी आसान हो जाता।
इस घटना में अस्पताल की व्यवस्था की पोल भी खुल गई है। अस्पताल में लगे सीसी टीवी कैमरे खराब थे। कई महीनों से कैमरे बंद है जिनको विभाग ने सुधरवाने का प्रयास नहीं किया। यदि उक्त कैमरे चालू होते तो घटना में शामिल आरोपियों की पहचान करना पुलिस के लिए भी आसान हो जाता।